रविवार, 24 अप्रैल 2022

तुम चाय☕ हो प्रिये, हम हैं अदरक महान।


 तुम चाय☕ हो प्रिये,

हम हैं अदरक महान।


तुम्हारे अंदर कूट-कूट के डाले गए,

और वक़्त की मंदी आँच पर बहुत देर तक उबाले गए।


फिर


किस्मत के हाथों तुम्हारे दिल💗 से,

छान-छान के निकाले गए।


ताकि तुम में बस!!!


मेरी उपस्थिति का, 

रह जाये अहसास।


तुम चाय☕ हो प्रिये,

हम हैं अदरक महान।

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