तुम चाय☕ हो प्रिये,
हम हैं अदरक महान।
तुम्हारे अंदर कूट-कूट के डाले गए,
और वक़्त की मंदी आँच पर बहुत देर तक उबाले गए।
फिर
किस्मत के हाथों तुम्हारे दिल💗 से,
छान-छान के निकाले गए।
ताकि तुम में बस!!!
मेरी उपस्थिति का,
रह जाये अहसास।
तुम चाय☕ हो प्रिये,
हम हैं अदरक महान।
Wow kya baat hai... Bahut hi Sundar ❤️ Bishwajeet bhai
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