बारात पहुँच चुकी थी लड़की के घर और द्वारपूजा की पूरी तैयारी करीब-करीब हो चुकी थी। दारु पीकर नॉन स्टॉप 7-8 लड़के पिछले आधे घंटे से डीजे के स्पीकर से सटकर मनमौजी डांस किये पड़े थे। नागिन डांस🐍 की भरपूर कोशिश कर रहे थे लौंडे पर देखने में ऐसा लग रहा था कि पनियां सांप प्यास के मारे उछले जा रहे हों।
उसी बीच में होली👾 का भी गाना चला दिया कोई, भोजपुरी वाला। खेसारी का वो गाना था जिसमे भतार, देवर और भौजी शब्द का जोरदार इस्तेमाल किया गया था। आधे लोगों को और मजा आने लगा और बाकी आधे लोग अश्लीलता पर बातें करते नज़र आने लगे।
शायद अभी तक किसी की नज़र दुल्हन की अप्सराओं जैसी सहेलियों पर नहीं गयीं थीं जो स्टेज के पास एक साथ झुण्ड में खड़ी थीं। चमकदार लहंगा पहनी और मेकअप की चरम सीमा को निर्धारित करती हुई वो अप्सराएं, मुस्कुराकर अपनी वास्तविकता का प्रमाण दे रहीं थी।
उधर एक साइड कैटरिंग वाला हज़ार तरह का चीज़ लगाकर इन्तजार कर रहा था इस भीड़ का। अप्सराएं कितनी भी देख लो पर पेट की भूख के आगे सब फेल है। रात के 11 बजने को आये थे और भूख जोरों की लगी थी। उतना खाना देखकर हमेशा की तरह दिमाग कंफ्यूज हो गया और सोचने लगे कि किस चीज़ से शुरुआत करें।
अभी डिसाइड ही कर रहे थे कि एक अप्सरा लहंगे को अपने हाथों से पकड़ें हुए एक काउंटर की तरफ तेजी से पहुंची। बिना नाप के आजकल लड़की लोग लहंगा सिलवा ले रही है। सबका लहंगा जमीन छूते रहता है जिसके चलते उनलोगों को चलने में बहुत परेशानी हो रही है।
ठग है दर्जी सब।
हम भी सोच लिए कि जो लड़की खायेगी वही हम भी खा लेंगे। इसी बहाने थोड़ा टाइम पास भी हो जाएगा नहीं तो पियाक लड़का लोग को देख देख कर, पिछले 03 घंटे से, दिमाग खराब हो गया था। हम अच्छे बच्चे की तरह उस दिन दारु को हाथ नहीं लगाये बस एक बियर पिए थे। पांच परसेंट अल्कोहल होता है इसमे, बस। कोल्ड ड्रिंक जैसा होता है, और क्या ।
सही काउंटर चुनी थी लड़की। गुलाबजामुन🍨 खिला रहा था वहाँ। लड़की को एक कटोरी में दे दिया एक बड़ा सा गुलाबजामुन। मैंने भी एक गुलाबजामुन झट से मांग लिया। दोनों लोग एक साथ ही गुलाबजामुन उठाने लगे। कटोरी उठाते समय मेरे हाथ से उसके गुलाबजामुन का चम्मच टकरा गया और जमीन पर गिर गया।
वो कुछ सोचती तबतक मैंने एक चम्मच काउंटर से उठाकर उसे दे दिया। शुक्रिया जिस नजाकत के साथ उसने मुस्कराते हुए कहा कि ऐसा लगा कि सारा गुलाब जामुन एक एक कर उसको खिलाते रहें। देखकर उसको सोचने लगे कि हिन्दू है की मुसलमान और यही सोचते सोचते उस बड़े से गुलाबजामुन को चम्मच से आधा काटकर सीधे मुंह में डाल दिए।
मुंह में काटते ही पूरा दाँत, जीभ और गाल का एक साइड तड़प गया। अरे यार!!! कितना गरम है बे, क्या दे दिया 'चिल्लाते हुए मैं सांसें लेने लगा। लड़की भी जस्ट उसी टाइम गुलाबजामुन को दांतों से काटी। 'अल्लाह, क्या है ये' और मेरी तरह तेज सांसें लेने लगी ।
मेरा भी मुंह जल गया उस मिठाई से और उसका भी। कैटरिंग वाला ससुरा गुलाबजामुन के बर्तन के नीचे गैस का चूल्हा ऑन किये था ताकि गरम रहे, और इस चक्कर में वो खौल रहा था। एक तो थर्मोकोल की मोटी कटोरी से गरमाहट🔥 का पता ही नहीं चला। लड़की को देखने के फेर में पूरा खेला हो गया।
वो तो लौट गयी जयमाला की तरफ और हम इधर कुछ भी ट्राय कर रहे थे खाने में तो खा ही नहीं पा रहे थे। पूरा जीभ और मुंह सनसना रहा था। वो तो शुक्र है कि उसका भी मुंह जला नहीं तो बहुत हंसती और सबको बताती भी।
अंतिम में मजबूर होकर केवल चावल खाकर पेट भर लिए। जाते-जाते सोचे कि बनारसी पान बना रहा है, चलो एक मीठा पान तो खा ही सकते हैं। उ ससुरा इतना चुना लगा दिया था कि जीभ और मुंह जला तो था ही कट भी गया।
गुस्से में सोचे कि एक बार पूछकर देखें क्या उस लडकिया से कि पान खाओगी ?
अमित रंजन✍️
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