रविवार, 13 मार्च 2022

यह बाते तब की है जब हम भी प्यार💗 में डूबा हुआ करते थे।



 यह बाते तब की है जब हम भी, 

प्यार💗 में डूबा हुआ करते थे।


जहां से सौंदर्य गुजरता था वहां हम, 

अपनी साइकिल की चैन चढ़ाया करते थे।


यह बाते तब की है जब हम भी, 

प्यार💗 में डूबा हुआ करते थे।


यकीन ना हो तो कभी अपनी यादों को टटोल कर देखना,

 आम लीची तोड़ने के बहाने घंटों पेड़ पर चढ़ तुम्हें देखा करते थे।


यह बाते तब की है जब हम भी, 

प्यार💗 में डूबा हुआ करते थे।


व्हाट्सएप, टिंडर तो उस समय था नहीं, 

कागज के टुकड़ों पर ही दिल का हाल बयां किया करते थे।


वीडियो कॉल तो आज के नखरे हैं, 

हम तो तुम्हारे साक्षात दर्शन किया करते थे।


 यह बाते तब की है जब हम भी, 

प्यार💗 में डूबा हुआ करते थे।


बकरी🐐चराने जब शाम को तुम आती, 

अपने घर से चिवड़ा का भुजा लेकर तुम्हारे इंतजार में बैठा रहा करते थे।


बकरियां भले ही जल्दी घर पहुंच जाए,

हम तुम्हारे लिए सूरज ढलने का इंतजार किया करते थे।


यह बाते तब की है जब हम भी, 

प्यार💗 में डूबा हुआ करते थे।


परीक्षा में भले ही हमें कम नंबर आयें, 

तुम्हारे नंबरों में कभी कमी नहीं आने देते थे।

 

Red Rose🌹 तो तुम्हें कभी दे ना पाए, 

अड़हुल के फूल🌺 से ही काम चलाया करते थे।


यह बाते तब की है जब हम भी, 

प्यार💗 में डूबा हुआ करते थे।


पिज्जा, बर्गर तो आज के नखरे हैं, 

हम तुम्हें रोटी-भुजिया ही लंच में खिलाया करते थे।


गिफ्ट तो आज तक तुझे दिया नहीं, 

तुम्हारी चित्र बनाकर ही तुम्हें खुश किया करते थे।


यह बाते तब की है जब हम भी, 

प्यार💗 में डूबा हुआ करते थे।


यह बातें और है कि हम भी, 

प्यार🥰 में पागल हुआ करते थे।


तुम्हारे बिना दिन को रात और रात को दिन, 

कहा करते थे।


 यह बाते तब की है जब हम भी, 

प्यार💗 में डूबा हुआ करते थे।



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