हम श्रम नायक हैं भारत के,
और मेधा के अवतारी हैं।
हम सौ पर भारी एक पड़े,
हम धरतीपुत्र बिहारी हैं।
हम धरतीपुत्र बिहारी हैं।
हम धरतीपुत्र बिहारी हैं।
वेदों के कितने बंद रचे,
हमने गायत्री छंद रचे।
साहित्य सरित की धारा में,
कितने ही काव्य प्रबंध रचे।
हम बाणभट्ट, नागार्जुन,
विद्यापति, रेणु, भिखारी हैं।
हम धरतीपुत्र बिहारी हैं।
हम धरतीपुत्र बिहारी हैं।
शहनाई जिस पर नाज़ करे,
बिस्मिल्ला खान हम्हीं तो हैं।
शारदा लोक शैली गायक,
सुर की पहचान हम्हीं तो हैं।
दुनिया पूजे उगता सूरज,
हम ढलते के भी पुजारी हैं।
हम धरतीपुत्र बिहारी हैं।
हम धरतीपुत्र बिहारी हैं।
सत्ता मद में जब चूर हुयी,
हम जय प्रकाश बनकर डोले।
सिंहासन ख़ाली करो कि जनता
आती है दिनकर बोले।
हम सिखों के दशमेश गुरु,
बिरसा मुंडा अवतारी हैं।
हम धरतीपुत्र बिहारी हैं।
हम धरती बिहारी हैं।
हम सबसे ज़्यादा पत्रकार,
और सबसे ज़्यादा IAS हैं।
IPS सबसे ज़्यादा और
IES सबसे ज़्यादा हैं।
हम भारत में सबसे ज़्यादा
सर्वोच्च पद अधिकारी हैं।
हम धरतीपुत्र बिहारी हैं।
हम धरतीपुत्र बिहारी हैं।
मैथिली, अंगिका, भोजपुरी,
हम लोकगूँज किलकारी हैं।
दुनिया पूजे धन की देवी,
हम सरस्वती के पुजारी हैं।
रावण जिसको छू भी ना सका,
हम सीता जनक दुलारी हैं।
हम धरतीपुत्र बिहारी हैं।
हम धरतीपुत्र बिहारी हैं।
जीते जी हार नहीं मानी हम,
वीर कुँवर अभिमानी हैं।
हम खुदी राम इतिहासों में,
अल्हड़ सी मस्त जवानी हैं।
जिसके आगे बौना पहाड़,
दशरथ माँझी धुनधारी हैं।
हम धरतीपुत्र बिहारी हैं।
हम धरतीपुत्र बिहारी हैं।
पहला-पहला गणतंत्र दिया
और अर्थशास्त्र का मंत्र दिया।
नालंदा से हमने जग को,
शिक्षा का पहला तंत्र दिया।
गिनती को शून्य दिया हमने,
दुनिया जिसकी आभारी है।
हम धरतीपुत्र बिहारी हैं।
हम धरतीपुत्र बिहारी हैं।
वैभव दुनिया के त्याग सभी,
हम महावीर अवतारी हैं।
बन कर अशोक सब जीत लिया,
फिर भी हम शांति पुजारी हैं।
हम युद्ध त्याग कर बुद्ध बने,
हम गाँधी की मोतिहारी हैं।
हम धरतीपुत्र बिहारी हैं।
हम धरतीपुत्र बिहारी हैं।
केवट बन कर गंगा तट पर,
जग के तारण को तार दिया।
बाबु वशिष्ठ के गणित ज्ञान से,
नासा बेड़ा पार हुआ।
राजा शलहेश के हम सेवक,
माँ शरणा प्रकीर्ति पुजारी हैं।
हम धरतीपुत्र बिहारी हैं।
हम धरतीपुत्र बिहारी हैं।
शम्भू शिखर✍️
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