मंगलवार, 8 फ़रवरी 2022

अनेक शब्दों के लिए एक शब्द। Anek shabdo ke liye ek shabd. One Word Substitution.


           कोई भी लेखक या वक्ता यदि अपनी भाषा में सुदृढ़ता, गाम्भीर्य लाना चाहता है तो ऐसी सामासिक पद्धति का प्रयोग करे जिससे श्रोता कम-से-कम समय में अधिक-से-अधिक भाव ग्रहण कर सके। समास, तद्धित और कृदन्त द्वारा वाक्य को संक्षिप्तता प्रदान की जा सकती है। 

       निम्नलिखित वाक्य खण्डों के संक्षिप्त रूप को याद करने से कम-से-कम  शब्द लिखकर अधिकाधिक भाव पैदा किया जा सकता है। 

१. जिसने इन्द्रियों को जीता है। - जितेन्द्रिय 

२. जिसका जन्म उच्च कुल में हुआ हो। - अभिजात

३. जो बायें हाथ से तीर चलाता है। - सव्यसाची 

४. जो ईश्वर में विश्वास करता है। - आस्तिक 

५. जो जानने को उत्सुक हो। - जिज्ञासु 

६. जो व्याकरण जानता हो। - वैयाकरण 

७. जो पहले कभी नहीं सुना गया। - अश्रुतपूर्व 

८. जो शक्ति का उपासक है। - शाक्त 

९ . जिसमें कलंक नहीं है। - निष्कलंक 

१०. देने की इच्छा - दित्सा 

११. जान से मारने की इच्छा - जिघांसा 

१२. प्रिय बोलने वाला - प्रियम्बद 

१३. जहाँ अनेक नदियों का संगम हो - संगम

१४. तीनों कालों को देखने वाला - त्रिकालदर्शी 

१५. दो वेदों को जानने वाला -  द्विवेदी 

१६. आगे की बात सोचने वाला - अग्रसोची 

१७. अपने को पण्डित मानने वाला - पण्डितम्मन्य 

१८. जिसके पाणि में चक्र है - चक्रपाणि 

१ ९ . जिसके पाणि वज्र है - वज्रपाणि 

२०. जिसे दश मुख हैं - दशमुख 

२१. जिसके आने की तिथि न हो - अतिथि 

२२. जिसके समान दूसरा न हो - अद्वितीय 

२३. जिसके हृदय में ममता नहीं - निर्मम 

२४. जिसके हृदय में दया नहीं है। - निर्दय

२५. जानने की इच्छा -  जिज्ञासा 

२६. जिसकी गर्दन सुन्दर हो - सुप्रीव 

२७. जो भूमि को धारण करता है - भूधर 

२८. जिसके दो पैर हैं  - द्विपद 

२ ९ . जो सर्वशक्ति सम्पन्न है। - सर्वशक्तिमान 

३०. जिसके चार पैर है - चतुष्पद 

३१. जो ईश्वर में विश्वास नहीं करता - नास्तिक 

३२. जिसका जन्म दो बार होता है - द्विज 

३३. जिसका कोई शत्रु नहीं जन्मा हो - अजातशत्रु 

३४. जिसका पति मर गया हो - विधवा 

३५ . जिसकी पत्नी मर गई हो - विधुर 

३६. जिसका जन्म पीछे हुआ - अनुज 

३७. जिसका जन्म पहले हुआ हो - अग्रज 

३८. जिसका दूसरा उपाय नहीं है। - अनन्योपाय  

३ ९ . जिसकी उपमा नहीं है। - अनुपम 

४०. ऐसा व्यक्ति जो यश वाला हो - यशस्वी 

४१. जिसने बहुत कुछ सुना या देखा है - बहुदर्शी 

४२. जो अपमानित हो चुका है - अनादृत 

४३. जो गाया नहीं गया हो - अगीत

४४. कंठ तक डूबा हुआ - आकंठनिमग्न 

४५. सिर से पैर तक - आपादमस्तक 

४६. अतिथि सत्कार की भावना - भावना आतिथ्य 

४७. जिसकी आलोचना की जाय - आलोच्य 

४८. ईर्ष्या के योग्य - ईष्येय 

४ ९ . किसी की हँसी उड़ाना -  उपहास 

५०. उपकार करने की इच्छा - उपचिकीर्षा 

५१. ऊपर की ओर जाने वाला - उर्ध्वमुखी

५२. गायों के रहने की जगह - गोशाला 

५३. जिसका अंग-अंग गल चुका हो - गलितांग 

५४ , तैरने की इच्छा - तितीर्षा 

५५. जिसको दबाना कठिन हो - दुर्दम्य 

५६. अंगूर से बनाई गई औषधि - द्राक्षासव 

५७. जो वस्तु देवता पर चढ़ चुकी है। - निर्माल्य 

५८. नवविवाहित स्त्री - नवोढ़ा

५९. प्रिय बोलने वाली स्त्री - प्रियम्बदा 

६०. तुरत उत्पन्न होने वाली सूझ - बूझ - प्रत्युत्पन्नमतित्व 

६१. जिस स्त्री का पति विदेश में रहता हो - प्रोषितपतिका 

६२. जो दूसरों से आगे बढ़ने का प्रयत्न करता हो -  प्रतिस्पर्द्धा  

६३. पिता का भाई  - पितृव्य 

६४. जोरों की भूख - बुभुक्षा 

६५. भार से दबा हुआ - भाराक्रान्त 

६६. सौतेला भाई - भिन्नोदर 

६७. मछली मारकर बेचकर जीने वाला - मत्स्यजीवी 

६८. कम बोलने वाला - मितभाषी 

६९ . जिसमें अधिक मांस हो - मांसल 

७०. महान स्त्री - महीयसी 

७१. वह स्त्री जिसका बच्चा मर गया है। - मृतवत्सा  

७२. मछली की तरह आँखों वाली स्त्री - मीनाक्षी 

७३. मछली खानेवाला - मत्स्याशन 

७४. विवाह में मिला हुआ धन - यौतुक

७५. संभोग की इच्छा -  रिरंसा 

७६. बिना पत्नी के साथ - विपत्नीक 

७७. बहुत बोलने वाला - वाचाल 

७८. व्यर्थ की बहस - वितंडावाद

७९ . बहुत अधिक घृणा -  वितृष्णा 

८०. जिसके कंधे बैल की तरह मजबूत हों - वृषभस्कंध

८१. जिसका विज्ञापन प्रकाशित हो चुका हो -  विज्ञापित 

८२. सोने का कमरा - शयनागार 

८३. पत्नी के साथ - सपत्नीक 

८४. जो स्वयं भोजन बनाकर खाता हो - स्वयंपाकी

८५. जो स्वयं पैदा हुआ हो -  स्वयंभू

८६. जिसका हृदय पत्थर के समान हो -  संगदिल

८७. अच्छी आँखों वाली स्त्री -  सुलोचना 

८८. अपने ही सुख के लिए - स्वान्तः सुखाय 

८ ९ . एक हाथ से जो दूसरे हाथ में चला गया है - हस्तान्तरित 

९ ० . जिसे देख या सुनकर हँसी आवे - हास्यास्पद 

९ १ . जिसका हाथ तेजी से चले - क्षिप्रहस्त

९ २ . ज्ञान देने वाली - ज्ञानदा

९३. जो ज्ञान में बड़ा हो - ज्ञानज्येष्ठ

९ ४ . बहुत अधिक जानने वाला - ज्ञानी 

९५ . बालक से वृद्ध तक - आवाल वृद्ध 

९ ६ . जिसकी बाँहें अधिक लम्बी हों -  प्रलम्बबाहु 

९ ७ . सरस्वती का भक्त - सारस्वत 

९ ८ . जो जरायु (गर्भ की थैली) से जनमता हो - जरायुज

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