शुक्रवार, 29 अक्टूबर 2021

मनोविज्ञान के सिद्धांतों को समझने के लिए जिसने भी ये कविता बनाई है जबरदस्त बनाई है.....👍

मनोविज्ञान के सिद्धांत 

तेरे हाल पॉवलव के कुत्ते सा !

मैं थाइनडाइक की कैट प्रिये !!

तू झट अनुबन्ध कर लेता !

मैं प्रयास त्रुटि में सेट प्रिये !!


तू कोहलर का चिम्पेजी सा !

मैं स्किनर की व्हाइट रेट प्रिये !! 

तू सूझ-बुझ से काम करे !

मैं क्रिया-प्रसूत में सेट प्रिये !!


तू गेने के अधिगम सोपान सा !

मैं बांडूरा की जोकर डॉल प्रिये !!

तू आठ रूप से सीखता रहता !

मैं अनुकरण करूं मॉडल प्रिये !!


तू टोलमैन का संकेत चिन्ह सा !

मै कुर्ट लेविन की तरनरूप प्रिये !! 

तू जीन पियाजे की संज्ञान स्कीमा !

मैं कार्ल रोजर्स का अनुभव प्रिये !!


तू वाईगोत्स्की का सोशल निर्मित वाद !

मै मेरलो रोजर्स की मानवता वाद प्रिये !!

तू सी एल हल का प्रबलन यथार्थ !

मैं गुथरी के समीप प्रतिस्थापन प्रिये !!


तेरे हाल पॉवलव के कुत्ते सा !

मैं थाइनडाइक की कैट प्रिये !!

साभार:- सोशल मीडिया

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें