रविवार, 26 सितंबर 2021

Brief History of Indian Art Origin and Develop (भारतीय कला की उत्पत्ति और विकास का संक्षिप्त इतिहास) हिंदी एवं English Notes.

 Brief History of Indian Art Origin and Develop (भारतीय कला की उत्पत्ति और विकास का संक्षिप्त इतिहास)

   भारतीय कला की शुरुआत प्रागैतिहासिक काल (Prehistoric Period) से मानी जाती है जिसका अर्थ होता है- ऐतिहासिक काल से पूर्व की कला। इतिहास को अध्ययन की सुविधा के लिए तीन खंडों में विभाजित किया गया है।
  1. प्रागैतिहासिक (Prehistoric)   
  2. आद्यऐतिहासिक (Medieval) 
  3. ऐतिहासिक (Historic)
(1). प्रागैतिहासिक (Prehistoric):-  इतिहास का वह समय जिसमें मानव लिखना पढ़ना नहीं जानता था। इस कालखंड को पाषाण काल (Stone Age) भी कहा जाता है। भारत में प्रागैतिहासिक चित्रों की सर्वप्रथम खोज मिर्जापुर (उत्तर प्रदेश) में हुई थी। ऐसी चित्रों की खोज का श्रेय अंग्रेजों को जाता है।
         भारत में ऐतिहासिक शैलचित्रो की खोज सर्वप्रथम अर्चिवाल कार्लाइल 1880 ई० में एवं उसके बाद काकबर्न ने 1883 ईसवी में की थी।

प्रागैतिहासिक चित्रकला को भी चार भागों में बांटा गया है-
  1. पूर्व पाषाण काल (Megalithic Age) 30,000 - 25,000 BC (Before Christ. Before Christ refers to the period of time before the birth of Christ.)
  2. मध्य पाषाण काल (Mesolithic Age) 25,000 - 10,000 BC
  3. नवपाषाण काल (Neolithic Age) 10,000 - 5,000/3,000 BC
  4. ताम्र पाषाण काल (Chalcolithic Age or Bronze Age) 3,000 - 1,500. BC
(1).पूर्व पाषाण काल (Megalithic Age) 30,000 - 25,000 BC:- यह इतिहास का सबसे प्रारंभिक समय था। इस समय के मानव को आदिमानव (Primitive Man) कहा जाता है। मानव इस समय खानाबदोश (खाद्य संग्राहक) अर्थात पेट भरना उस का मुख्य उद्देश्य था। आखेट के दृश्य बनने शुरू हो गए थे। मानव की सबसे बड़ी उपलब्धि इस समय आग की खोज की

(2).मध्य पाषाण काल (Mesolithic Age) 25,000 - 10,000 BC:- यह पुरा पाषाण काल के बाद का समय था। इस समय भीमबेटका जो कि मध्य प्रदेश के रायसेन जिले में स्थित है, सर्वाधिक चित्रों का निर्माण किया गया है। यहां पर 600 गुफाएं प्राप्त हुई है जिनमें से 275 गुफाओं में चित्र प्राप्त होते हैं। इसे ज़ू-रॉक-शेल्टर (Zoo Rock Shelter) भी कहा जाता है। दीवार एवं छतों पर अधिकतर चित्रों का निर्माण किया गया है।

(3).नवपाषाण काल (Neolithic Age) 10,000 - 5,000/3,000 BC:- इस काल में मानव ने स्थाई आवास बना लिया था एवं साथ-ही-साथ कृषि एवं पशुपालन के साक्ष्य भी प्राप्त होते हैं। चित्रकला के प्रमुख उदाहरण हमें मिर्जापुर (उत्तर प्रदेश) से प्राप्त हुए हैं। यहां पर घायल सूअर, हाथी का शिकार, नृत्य का दृश्य एवं हाथ के छापे प्राप्त होते हैं।
  • मिर्जापुर को सर्वप्राचीन मानव निवास स्थल माना जाता है।
(4).ताम्र पाषाण काल (Chalcolithic Age or Bronze Age) 3,000 - 1,500. BC:- यह पाषाण काल का अंतिम समय था। इस समय तांबे की खोज हुई थी जिस वजह से औद्योगिकीकरण  (Industrialization) का विकास हुआ।

प्रागैतिहासिक चित्रों की विशेषताएं
  • प्रागैतिहासिक चित्रों के विषय आखेट, पशु-पक्षी मानव एवं उनका जन-जीवन है। 
  • आदिमानव रंग को स्थाई करने के लिए जानवरों की चर्बी का प्रयोग करते थे।
  • इनके द्वारा गेरु एवं चारकोल का प्रयोग अधिकतर किया गया हैं, चित्र निर्माण के लिए।
  • लोक-कला का प्रारंभ प्रागैतिहासिक काल से माना जाता है। 
  • प्रीहिस्टोरिक इंडिया (Prehistoric India), प्रागैतिहासिक भारत (1950) जिसके लेखक स्टुअर्ट पिग्गोट (Stuart Piggott) हैं। यह एक ब्रिटिश पुरातात्विक थे इनकी पुस्तक से प्रागैतिहासिक चित्रो के बारे में जानकारी प्राप्त होती है।

प्रमुख प्रागैतिहासिक चित्र एवं स्थान 

  1. मयूर - आदमगढ़ (होशंगाबाद, M.P.)  
  2. घायल सुअर - भल्डरिया (मिर्जापुर) 
  3. महामहिष - आदमगढ़ (होशंगाबाद)   
  4. गैंडे का आखेट - घोड़मगर (मिर्जापुर) 
  5. पहिएदार गाड़ी - विंढम (मिर्जापुर) 
  6. बारहसिंगे का आखेट - लिखुनिया (मिर्जापुर) 
  7. आदिम वन देवी - आदमगढ़ (होशंगाबाद) 
  8. घायल भैंसा - सिंहनपुर (छत्तीसगढ़) 
  9. जिराफ समूह - आदमगढ़ पहाड़ी (होशंगाबाद) 
  10. कंगारू - सिंहनपुर (छत्तीसगढ़) 
  11. हाथी का शिकार - लिखुनिया (मिर्जापुर) 
  12. शिकार नृत्य - भीमबेटका (म.प्र .) 
  13. शहद एकत्रित करते हुए - पंचमढ़ी (म.प्र .) 
  14. अश्वारूढ़ तथा महिषारूढ़ सैनिकों का युद्ध - बोरी गुफा, पंचमढ़ी (मध्य प्रदेश)।

Brief History of Indian Art Origin and Develop


      The beginning of Indian art is considered to be from the Prehistoric period, which means art before the historical period.  The history is divided into three sections for the convenience of study.

1. Prehistoric

2. Medieval

 3. Historical

 (1). Prehistoric: - The time of history in which humans did not know how to read and write.  This period is also called the Stone Age.  The first discovery of prehistoric paintings in India was done in Mirzapur (Uttar Pradesh).  The credit for the discovery of such paintings goes to the British.

 Historical rock paintings in India were first discovered by Archival Carlyle in 1880 AD and then by Cockburn in 1883 AD.


 Prehistoric painting is also divided into four parts-

(l) Megalithic Age 30,000 - 25,000 BC (Before Christ. Before Christ refers to the period of time before the birth of Christ.)

 (II) Mesolithic Age 25,000 - 10,000 BC

 (III) Neolithic Age 10,000 - 5,000/3,000 BC

(IV) Chalcolithic Age or Bronze Age 3,000 - 1,500.  BC

 (1).Megalithic Age 30,000 - 25,000 BC: - This was the earliest time in history.  The human of this time is called 'Primitive Man'.  Humans at this time were nomads (food collectors), that is, their main purpose was to fill their stomachs.  Hunting scenes had begun.  Human's greatest achievement at this time is the discovery of fire.


 (2).Mesolithic Age 25,000 - 10,000 BC: - This was the time after the Paleolithic Age.  At present, Bhimbetka, which is located in Raisen district of Madhya Pradesh, has produced the maximum number of paintings.  600 caves have been found here, out of which pictures are found in 275 caves.  It is also called Zoo Rock Shelter.  Most of the paintings have been made on the walls and ceilings.


 (3). Neolithic Age 10,000 - 5,000/3,000 BC: - In this period, humans had made a permanent residence and at the same time there is evidence of agriculture and animal husbandry.  We have got major examples of painting from Mirzapur (Uttar Pradesh).  Here injured pigs, elephant hunting, dance scenes and hand raids are found.

  •  Mirzapur is considered to be the oldest human habitation place.

 (4). Chalcolithic Age or Bronze Age 3,000 - 1,500.  BC:- This was the last time of the Stone Age.  At this time copper was discovered, due to which industrialization developed.


  •  Features of prehistoric paintings

 The subjects of prehistoric paintings are hunting, animals, birds, humans and their life.

 Primitive humans used animal fat to stabilize the color.

 Ocher and charcoal have been mostly used by them, for making pictures.

 The origin of folk art is believed to be from prehistoric times.

 Prehistoric India, Prehistoric India (1950) authored by Stuart Piggott.  He was a British archaeologist, his book gives information about prehistoric paintings.

 


 Major Prehistoric Pictures and Places


 Peacock - Adamgarh (Hoshangabad, M.P.)

 Wounded Pig - Bhaldaria (Mirzapur)

 His Majesty - Adamgarh (Hoshangabad)

 Rhinoceros Hunt - Ghodmagar (Mirzapur)

 Wheeled Cart - Wyndham (Mirzapur)

 Reindeer hunting - Likhuniya (Mirzapur)

 Primitive Forest Goddess - Adamgarh (Hoshangabad)

 Injured buffalo - Singhanpur (Chhattisgarh)

 Giraffe Group - Adamgarh Hill (Hoshangabad)

 Kangaroo - Singhanpur (Chhattisgarh)

 Elephant Hunt - Likhunia (Mirzapur)

 Hunting Dance - Bhimbetka (M.P.)

 Collecting Honey - Panchmarhi (M.P.)

 The battle of horsemen and Mahisharudha soldiers - Bori cave, Panchmarhi (Madhya Pradesh).

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