गुरुवार, 5 मई 2022

भारतीय वास्तुकला। Indian Architecture.

           

      वास्तुकला यानी की Architecture (आर्किटेक्चर) शब्द, लैटिन शब्द 'टैक्टन' से व्युत्पन्न है जिसका अर्थ होता हैं- निर्माता (बिल्डर)। अतः जब से आदिकालीन मनुष्यों ने अपने लिए आश्रय का निर्माण करना प्रारंभ किया, वहीं से वास्तुकला विज्ञान का प्रादुर्भाव हुआ। वहीं, दूसरी ओर मूर्तिकला (स्कल्प्चर) शब्द प्रोटो-इंडो-यूरोपीय (पी.आई.ई.) मूल 'केल' से लिया गया है, जिसका अर्थ 'काटना' या 'फाड़ना' होता है। 

      मूर्तियां, कला की लघु रचनाएं होती हैं। ये या तो हस्तनिर्मित होती हैं या उपकरणों से बनाई जाती हैं और अभियांत्रिकी व मापन की तुलना में सौंदर्यशास्त्र से अधिक संबंध रखती हैं। 


वास्तुकला और मूर्तिकला के बीच अंतर 


अंतर बिंदु


  • आकार एवं विस्तार:-

वास्तुकला भवनों के डिजाइन और निर्माण को संदर्भित करती है।

मूर्तिया कला की अपेक्षाकृत लघु त्रि-आयामी रचनाएं होती हैं।

  • प्रयुक्त सामग्री:-

वास्तुकला में सामान्यत: पत्थर, लकड़ी, कांच, धातु, रेत, आदि जैसी विभिन्न प्रकार की सामग्रियों के मिश्रण का उपयोग  किया जाता है। 

जबकि मूर्तियां सामान्यतः एक प्रकार की सामग्री से ही बनी होती हैं। 

  • सिद्धांत:-

वास्तुकला में अभियांत्रिकी और गणित के अध्ययन का समावेश होता है। इसके लिए विस्तृत और सटीक मापन की आवश्यकता होती है। 

मूर्तिकला में रचनात्मकता और कल्पना का समावेश होता है और यह सटीक मापन पर बहुत अधिक निर्भर नहीं होती है। 

  •  उदाहरण-: ताजमहल, लाल किला, आदि। 

                     नटराज, नर्तकी की कांस्य मूर्ति आदि।


भारतीय वास्तुकला 

      भारतीय कला और वास्तुकला की कहानी विकास की कहानी है। प्राचीन हड़प्पा घाटी सभ्यता से लेकर ब्रिटिश शासन तक, भवनों और मूर्तियों की अपनी स्वयं की एक कहानी है। महान साम्राज्यों का उद्भव और पतन, विदेशी शासको का आक्रमण, (जो धीरे-धीरे देशी बन गए) विभिन्न संस्कृतियों और शैलियों का संगम आदि भारतीय वास्तुकला और मूर्तिकला के विकास में परिलक्षित होते हैं। 

भारतीय वास्तुकला का वर्गीकरण 

  • प्राचीन भारत 

  1. हड़प्पाई कला 
  2. मौर्यकालीन कला 
  3. मौर्योत्तर कला 
  4. गुप्तकालीन कला 
  5. दक्षिण भारतीय कला

  • मध्यकालीन भारत 

  1. दिल्ली सल्तनत 
  2. मुगल काल 

  • आधुनिक भारत

  1.  इंडो-गॉथिक शैली 
  2. नव-रोमन शैली

Indian Architecture


       The word 'Architecture', is derived from the Latin word 'Tecton' which means builder.  Therefore, from the time the primitive humans started building shelter for themselves, the science of architecture emerged from there.  On the other hand, the word sculpture is derived from the Proto-Indo-European (PIE) root 'kel', which means 'to cut' or 'to tear'.

       Sculptures are miniature works of art.  These are either handmade or made with tools and are more concerned with aesthetics than with engineering and measurement.


 Difference between architecture and sculpture


 Point of difference


  •  Size & Detail:-

 Architecture refers to the design and construction of buildings.

 Sculptures are relatively small three-dimensional works of art.

  •  Material Used:-

 Architecture generally uses a mixture of different types of materials like stone, wood, glass, metal, sand, etc.

 Whereas idols are generally made of only one type of material.

  •  Theory:-

 Architecture involves the study of engineering and mathematics.  This requires detailed and accurate measurements.

 Sculpture involves creativity and imagination and does not rely heavily on precise measurements.

  •  Example-: Taj Mahal, Red Fort, etc.
                         Bronze statue of Nataraja, dancer etc.


 Indian Architecture

          The story of Indian art and architecture is a story of evolution.  From the ancient Harappan Valley Civilization to the British rule, the buildings and sculptures have a story of their own.  The rise and fall of great empires, invasions of foreign rulers (who gradually became indigenous), amalgamation of different cultures and styles are reflected in the development of Indian architecture and sculpture.

 Classification of Indian Architecture

  •  Ancient India

 Harappan Art

 Mauryan art

 Post-Mauryan art

 Gupta Art

 South indian art

  •  Medieval India

 Delhi Sultanate

 Mughal period

  •  Modern India

 Indo-Gothic Style

 Neo-roman style

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