बुधवार, 4 मई 2022

यूनेस्को के द्वारा चयनित किसी स्थल के चयन का मानदंड। (Criteria for selection of a site selected by UNESCO.)

 


यूनेस्को के द्वारा चयनित किसी स्थल के चयन का मानदंड


        चयनित स्थलों को 'उत्कृष्ट सार्वभौम मूल्य' का होना चाहिए तथा इसे निम्नलिखित दस (10) मानदंडों में से कम-से-कम  एक पर खरा उतरना चाहिए:- 


सांस्कृतिक स्थलों के लिए मानदंड 


1. यह मानव की रचनात्मक प्रतिभा की उत्कृष्टतम रचना का प्रतिनिधि स्वरूप हो। 

2. यह निश्चित समयावधि में या विश्व के किसी सांस्कृतिक क्षेत्र के भीतर वास्तुकला या प्रौद्योगिकी के विकास, स्मारक कलाओं, शहर नियोजन या भू-दृश्य रूपांकन के संबंध में मानव मूल्यों के महत्वपूर्ण अंतर्विनिमय को प्रदर्शित करता हो। 


3. किसी सांस्कृतिक परम्परा, अथवा या लुप्त किसी सभ्यता का अनोखा व असाधारण प्रमाण हो। 

4. मानव इतिहास के किसी महत्वपूर्ण अवस्था को दर्शाने वाले किसी भवन, वास्तुकला या प्रौद्योगिकी संबधी समूह या भू-दृश्य का उत्कृष्ट उदाहरण हो। 

5. किसी संस्कृति अथवा वातावरण के साथ मानव की अंतक्रिया का प्रतिनिधित्व करने वाले किसी परम्परागत मानव बस्ती-भू-प्रयोग अथवा सागर-प्रयोग का एक उत्कृष्ट उदाहरण हो। विशेषतः जब वह अपूरणीय क्षति के प्रभाव में अतिसंवेदनशील हो गया हो। 

6. घटनाओं अथवा जीवंत परम्पराओं, विचारों, मान्यताओं, सार्वभौमिक महत्व की उत्कृष्ट कलात्मक या साहित्यिक कृतियों के साथ प्रत्यक्षतः या मूर्त रूप से सम्बद्ध हो। 


प्राकृतिक स्थलों के लिए मानदंड 


7. अत्युत्कृष्ट प्राकृतिक दृश्य या असाधारण प्राकृतिक सौन्दर्य के स्थानों तथा कलागत महत्व को समाहित करता हो। 

8. मानव जीवन के इतिहास का विवरण, भू-प्रारूपों के विकास में महत्वपूर्ण, अविरत भू-वैज्ञानिक प्रक्रियाओं महत्वपूर्ण भू-आकृतिक विशेषताओं सहित पृथ्वी के इतिहास की प्रमुख अवस्थाओं को दर्शाने वाला उत्कृष्ट उदाहरण हो। 

9. स्थलीय, ताजे पानी, तटीय तथा समुद्री पारितंत्रों तथा पादपों तथा जंतुओं के समुदायों के उद्विकास और प्रगति संबंधी महत्वपूर्ण, अविरत पारिस्थितिकी तथा जैविक प्रक्रियाओं का प्रतिनिधित्व करने वाला उत्कृष्ट उदाहरण हो। 

10. विज्ञान या संरक्षण की दृष्टि से उत्कृष्ट सार्वभौमिक महत्व की संकटापन्न प्रजातियों सहित जैव विविधता के स्व-स्थाने संरक्षण के लिए सर्वाधिक महत्वपूर्ण तथा सार्थक प्राकृतिक वास-स्थलों को समाविष्ट करता हो। 


यूनेस्को द्वारा घोषित स्थलों की विधिक स्थिति


           यदि किसी स्थल को यूनेस्को द्वारा विश्व विरासत स्थल घोषित कर दिया जाता है तो इस बात का इसे प्रथम दृष्टया प्रमाण माना जाता है कि ऐसा स्थल सांस्कृतिक रूप से संवेदनशील है तथा इसे जेनेवा कन्वेंशन, उसके अनुच्छेदो, प्रोटोकॉल एवं परिपाटी, सशस्त्र संघर्ष की स्थिति में सांस्कृतिक परिसंपत्तियों के संरक्षण से सम्बन्धित हेग कन्वेंशन तथा  अंतर्राष्ट्रीय कानूनों सहित अन्य संधियों के अंतर्गत युद्ध कानून के आधार पर कानूनी संरक्षण की गारंटी प्रदान की जाएगी।


 जेनेवा कन्वेंशन का अनुच्छेद 53 निम्नलिखित की घोषणा करता है :-


'सांस्कृतिक वस्तुओं तथा अराधना स्थलों का संरक्षण:' 14 मई, 1954 में संपन्न सशस्त्र संघर्ष की स्थिति में, सांस्कृतिक परिसंपत्तियों के संरक्षण हेतु हेग संधि तथा अन्य सुसंगत अंतर्राष्ट्रीय साधनों के प्रावधानों से बिना पक्षपात किये, निम्नलिखित कार्यवाही निषिद्ध है:- 

  • लोगों की सांस्कृतिक तथा आध्यात्मिक विरासत माने जाने वाले ऐतिहासिक स्मारकों, कलाकृतियों या आराधना स्थलों के विरुद्ध किसी प्रकार की शत्रुतापूर्ण कार्रवाई करना। 
  • सैन्य प्रयासों के समर्थन में ऐसी वस्तुओं का उपयोग।  
  • ऐसी वस्तुओं को प्रतिशोध का माध्यम बनाना।


विश्व विरासत स्थल दर्जे के लाभ 

  • उक्त स्थल के संरक्षण तथा बचाव की आवश्यकता के प्रति अंतर्राष्ट्रीय ध्यानाकर्षण। 
  • उक्त स्थल पर पर्यटन को आकर्षित कर आर्थिक लाभ सुनिश्चित करना। 
  • आवश्यकता होने पर यूनेस्को पुनःस्थापन, संरक्षण तथा प्रशिक्षण के लिए निधि प्रदान कर सकता है। 
  • संयुक्त राष्ट्र प्रणाली तथा उसके द्वारा प्रदत्त प्रतिष्ठा और सहायता के साथ निकट सम्बन्ध को प्रोत्साहित करत है। 
  • वैश्विक परियोजना प्रबंधन संसाधनों तक अभिगम की सामर्थ्य प्रदान करता है। 
  • संरक्षण संबंधी लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए सरकार, निजी क्षेत्र तथा गैर-सरकारी संस्थाओं के बीच साझेदारी के निर्माण को सुगम बनाता है।  
  • स्थल जेनेवा संधि-पत्र के अंतर्गत युद्ध के समय विनाश या दुष्प्रयोग के विरुद्ध सुरक्षित हो जाता है। 

 Criteria for selection of a site selected by UNESCO


         The sites selected must be of "Outstanding Universal Value" and must meet at least one of the following ten (10) criteria:-


 Criteria for Cultural Sites


 1. It should be a representative form of the best creation of the creative genius of human.

 2. It represents a significant interchange of human values ​​with respect to the development of architecture or technology, monumental arts, city planning or landscape design over a given period of time or within a cultural region of the world.


 3. There should be unique and extraordinary evidence of any cultural tradition, or or any civilization that has disappeared.

 4. Be an outstanding example of a building, architectural or technological group or landscape representing an important stage of human history.

 5. Be a classic example of a traditional human settlement-land-use or ocean-use representing human interaction with a culture or environment.  Especially when he has become susceptible to the effects of irreparable harm.

 6. Be associated directly or tangibly with events or living traditions, ideas, beliefs, outstanding artistic or literary works of universal importance.


 Criteria for natural sites


 7. Contains excellent natural scenery or places of extraordinary natural beauty and artistic importance.

 8. Description of the history of human life, important in the development of landforms, continuous geological processes, including important geomorphological features, be an excellent example showing the major stages of the history of the Earth.

 9. Be a classic example representing important, ongoing ecological and biological processes related to the evolution and development of terrestrial, freshwater, coastal and marine ecosystems and communities of plants and animals.

 10. Contains natural habitats most important and meaningful for in-situ conservation of biodiversity, including threatened species of outstanding universal importance from the point of view of science or conservation.


 Legal status of sites declared by UNESCO


        If a site is declared a UNESCO World Heritage Site, it is considered prima facie evidence that such a site is culturally sensitive and can be protected by the Geneva Convention, its articles, protocols and conventions, in the event of armed conflict.  Legal protection will be guaranteed on the basis of the law of war under the Hague Convention and other treaties including international laws relating to the protection of cultural assets.


 Article 53 of the Geneva Convention declares the following:-


          'Protection of cultural objects and places of worship:' In the event of an armed conflict concluded on May 14, 1954, without prejudice to the provisions of the Hague Treaty and other relevant international instruments for the protection of cultural assets, the following actions are prohibited:-

 Taking any hostile action against historical monuments, artefacts or places of worship considered to be cultural and spiritual heritage of the people.

 The use of such items in support of military efforts.

 To make such things a medium of vengeance.

 Benefits of World Heritage Site Status

 International attention to the need for conservation and protection of the said site.

 To ensure economic benefits by attracting tourism to the said place.

 UNESCO can provide funds for restoration, conservation and training if required.

 Encourages close association with the United Nations system and the prestige and support it provides.

 Provides access to global project management resources.

 Facilitates the creation of partnerships between government, the private sector and non-governmental organizations to achieve conservation goals.

 The site is protected against destruction or misuse at the time of war under the Geneva Convention.

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