मेरी एक आदत रही है कि किसी वस्तु को जल्दी स्वीकार नहीं करते हैं और एक बार स्वीकार कर लेने के उपरांत जल्दी त्यागते नहीं है। यही फंडा Personal एवं Professional दोनों Life में समान रूप से आज भी विद्यमान है। उक्त बातें 2016 की है जब JIO का Sim प्राप्त करना आज के परिदृश्य में कोविड का टिका प्राप्त करने के जैसा था। Jio की सुविधाएं तो आप सभी को याद ही होगी, कहने की आवश्यकता नहीं है। बस इतना समझ ले कि सभी टेलीकॉम कंपनियों के रातों की नींद उड़ी हुई थी।
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वो तो बस Airtel ही था जो उससे सामना करने को तैयार खड़ा था। B.J.P. की बढ़ती लोकप्रियता को देखकर जैसे सभी पार्टियां गठबंधन करने लगी थी वैसे ही सभी टेलीकॉम कंपनीयां आपस में विलय होने लगी। जिस तरह मैंने इस बार कोविड-19 का टिका प्राप्त कर लिया है उसी तरह उस समय भी जिओ का सिम प्राप्त कर लिए थे। तब से लेकर अब तक जिओ ने साथ दिया। लेकिन कहा जाता है ना वक्त के साथ परिवर्तन भी जरूरी है। मैं अपनी आदत से मजबूर पिछले दो-तीन सालों से जियो की सुविधा से असंतुष्ट होते हुए भी परिवर्तन नहीं कर रहा था। एक दिन ऑनलाइन क्लास के दरम्यान Wi-Fi (Wireless Fidelity) कुछ देर के लिए कार्य करना बंद कर दिया। सोचे कि जियो के Data से ही क्लास संपन्न कर लेते हैं क्योंकि जियो मुझे प्रत्येक दिन 1.5 GB Data प्रदान करता है और मैं GB तो छोड़ दीजिए KB का भी प्रयोग नहीं करता था। कारण यह है कि जिओ की स्पीड मेरे कार्यस्थल के पास 2G से भी Slow रहता था। वह तो अच्छा था कि पूरे परिसर में Wi-Fi की सुविधा होने की वजह से कोई परेशानी नहीं होती थी।
Online Class में जिओ ने अपना रंग दिखाना शुरू कर दिया। क्लास पूरी तरह से डिस्टर्ब होने लगा। छात्रों की शिकायत आने लगी की आवाज स्पष्ट नहीं आ रहा है। कुछ दिनों पूर्व मैंने एक वीडियो का निर्माण किया था Missing Tile Syndrome उसका प्रत्यक्ष प्रमाण मुझे यहां दिखने लगा। छात्र तो खैर छात्र ही होते हैं फिर भी उन्होंने ऐसे-ऐसे शब्दों का प्रयोग शुरु कर दिया कि मुझे ऐसा लगा कि यह वही छात्र हैं जिन्हें हम पढ़ाते हैं। ऐसा प्रतीत हो रहा था कि उनका समय हम व्यर्थ कर रहे हैं। कुछ ने तो Text Msg. करके अपनी नाराजगी व्यक्त की एक ने लिखा-
Morning se hi entjaar krte hai ki aaj class aache se karege... Pr aabaj hi nhi aata hai badhiya se...😌
ख़ैर 20 मिनट में पुनः Wi-Fi कार्य करने लगा और मैंने क्लास को पूर्ण कराया। उस दिन मैंने 30 मिनट Extra Class लिये। लेकिन फिर भी छात्रों की यही शिकायत रही की Class Disturb रहा। मुझे बुरा नहीं लगा, क्योंकि मैंने Missing Tile Syndrome के बारे में पढ़ रखा था। नीचे दिए गए लिंक की मदद से आप भी वह वीडियो देख सकते हैं👇👇👇
मैं हर एक चीज को सहज स्वीकार कर सकता हूं लेकिन अपने छात्रो कि नाराजगी😡कभी नहीं, और उस नाराजगी की वजह सिर्फ एक वस्तु हो, हरगिज़ नहीं।
उसी दिन मैंने निर्णय ले लिया की अब जियो के साथ नहीं रहना है। कोई भी निर्णय हम जल्दबाजी में भी नहीं लेते हैं। उस दिन के बाद कई दिनों तक यह शोध किये की कौन सी कंपनी की सर्विस मेरे कार्यस्थल के पास सही है। निर्णय हुआ कि एयरटेल ही लिया जाये।
अंततः एयरटेल के M.N.P. Center पहुंच गए। कुछ कागजी प्रक्रिया पूर्ण करने के बाद उसने मेरा आधार मांगा। आधार पर पता सिवान का था तो उसने कहा- आप यहां के नहीं है क्या?
मैंने कहा- SIM (Subscriber Identification Module) लेने के लिए क्या मुझे गृह जिला (Home District) जाना होगा।
उसने कहा- नहीं-नहीं ऐसी बात नहीं है। वह बस ऐसे ही पूछ लिये।
फिर उसने कहा- आप सिवान के हैं यहां शेखपुरा में Sim ले रहे हैं।
मुझे लगा कि अब इसे पूरी कहानी बतानी ही होगी। फिर उसे आराम से Sim लेने की हिस्ट्री, ज्योग्राफी समझाएं Lockdown की वजह से वह भी खाली ही था, मेरी तरह।
पूरी कहानी सुनने के बाद थोड़ा गंभीर होते हुए बोला- Hmmm🤔 आपने चुनाव सही किया है। Sim देने के उपरांत कहा- सर, इसमें 02 महीने का रिचार्ज कर देते हैं।
मैंने कहा- नहीं-नहीं 12 महीने का 2698/- वाला कीजिए इससे मुझे Disney+Hotstar का Subscription भी मिल जाएगा।
तब उसने थोड़ा झेंपते हुए कहा- सर, 02 महीने का रिचार्ज करेंगे ना तब मुझे ज्यादा फायदा होगा। 12 महीने के रिचार्ज में हमें फायदा नहीं होता है।
मैंने कहा- ठीक है। आप वही कार्य कीजिए जिसमें आपको ज्यादा फायदा हो। मेरा क्या?? 02 महीना के बाद हम पुनः रिचार्ज करा लेंगे।
और इस तरह पूरे 05 साल Jio के साथ रहने के उपरांत जैसे लोकतंत्र में हम अपनी सरकार बदलते हैं मैंने भी कंपनी बदल ली। अब देखना यह है कि एयरटेल का साथ कब तक चलता है।
आज से हम भी Airtel वाले हो गए।😀
Nice
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