शुक्रवार, 11 जून 2021

व्यावहारिक कला क्या होता हैं? Applied Art Kya Hota Hai?

       



             यह कला व्यक्ति की मूलभूत आवश्यकताओं की पूर्ति (समाधान) के लिए प्रतिदिन काम आने वाली भौतिकवादी वस्तुओं को एक कला रूप में प्रस्तुत करती है जिसमें की सुन्दर कलात्मक छवि के साथ उस वस्तु की कार्य अभिव्यक्ति भी समाहित होती है। साधारण शब्दों में हम यह कह सकते हैं कि व्यावहारिक कला किसी उद्देश्य को लेकर तैयार की गई कला है जो व्यक्ति के व्यावहारिक ज्ञान को प्रभावित करती है तथा यह जानकारी देती है कि उसके खाने-पीने, पहनने एवं उपयोग के लिए कौनसी वस्तुएँ उपयोगी एवं उपयुक्त हैं। ये वस्तुएँ प्रतिदिन की दिनचर्या में हमारे आस-पास होती है तथा हमारे सुख-साधनों को बढ़ाती हैं, जैसे— सुबह जागने पर व्यक्ति कौन से टूथपेस्ट से दाँत साफ करे, किस साबुन या शैम्पू का प्रयोग नहाने के लिए करे, कपड़े कैसे पहने, नाश्ते में कौन से बिस्कुट, चाय या कॉफी का प्रयोग करे, कौन सी गाड़ी आने-जाने के लिए खरीदे आदि। निष्कर्ष के रूप में यह कहा जा सकता है कि- "व्यावहारिक कला एक उद्देश्यात्मक कला है जो वस्तुओं (उत्पाद) या सेवाओं की सूचना व बिक्री के लिए उन्हें ललित रूप (चित्र, चिह्न एवं शब्द) में प्रस्तुत करता है।" 

        प्राचीन समय में अप्लाइड आर्ट (व्यावहारिक कला) के समानार्थी शब्दों का प्रयोग विभिन्न प्रकार की वस्तुओं के लिए किया जाता था, जैसे प्राचीन मिस्र में विलासिता की वस्तुओं, प्राचीन यूनान में खूबसूरत एवं आरामदायक वस्तुओं के लिए तथा रिपब्लिक रोम में आडम्बरहीन रुचिकर वस्तुओं को अप्लाइड आर्ट जैसे शब्दों से चिन्हित किया जाता था। मध्यकाल में अप्लाइड आर्ट को पूर्णत: रचनात्मक, सटीक तर्कणात्मपरक और व्यावहारिक बनाया गया। उत्तरकालीन सामन्ती समाज के समय इसका प्रयोग व्यावहारिक वस्तुओं के सजावटीपन और संरचना के लिए किया गया। पुनर्जागरण काल में अप्लाइड आर्ट में सौन्दर्य और कार्य के एकत्व को विशिष्टता दी जाने लगी। 

            व्यावहारिक कला किसी भी राष्ट्र के उद्योगों एवं व्यापार के लिए बहुत महत्त्वपूर्ण होती है। इसकी भूमिका उन उत्पादों के डिजाइन बनाने, विज्ञापन बनाने और उत्पाद की जानकारी देने एवं उन्हें बेचने में होती है।

           व्यावहारिक कला का उद्देश्य संदेश को सम्प्रेषित करना होता है। सन्देश को सम्प्रेषित करने के लिए विभिन्न माध्यमों, जैसे- समाचार-पत्र, पत्रिका, डायरेक्ट मेल, आउटडोर मीडिया, वेबसाइट आदि का प्रयोग किया आता है। संदेश को सम्प्रेषित करने के लिए, जो डिजाइन (विज्ञापन) तैयार किये जाते हैं उन्हें ग्राफिक डिजाइन कहा जाता है। ये ग्राफिक डिजाइन व्यावहारिक कला का ही एक भाग होते हैं।

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