मंदार महोत्सव
बिहार राज्य के भागलपुर प्रमण्डल एवं बांका जिले में स्थित मंदार पर्वत के समीप मकर संक्रांति के अवसर पर पाँच दिवसीय मंदार महोत्सव का आयोजन होता है। महाभारत की कथा में वर्णित है कि समुद्र मंथन के दौरान मंदार पर्वत को ही मथनी बनाया गया था। इसलिए इस पर्वत को देवताओं की जीत और दानवों के पराजय के प्रतीक के रूप में जाना जाता है।
पौराणिक कथा के अनुसार, भगवान विष्णु ने मधु, कैटभ नामक राक्षसों को पराजित कर उसका वध किया और मधुसूदन कहलाये। मौत से पहले इन राक्षसो ने अपने संहारक भगवान विष्णु से यह वरदान लिया था कि प्रत्येक वर्ष मकर संक्रांति के दिन वे उसे दर्शन देने मंदार आया करेंगे। उनकी इस इच्छा को भगवान विष्णु ने स्वीकार किया और कहा कि मैं प्रत्येक वर्ष मकर सक्रांति का अवसर पर यहां आया करूंगा। यही कारण है कि यहाँ प्रत्येक वर्ष मकर संक्रांति के अवसर पर मेले का आयोजन किया जाता है, जिसमें मधुसूदन भगवान की प्रतिमा को बौंसी स्थित मन्दिर से मंदार पर्वत तक की यात्रा करायी जाती है।
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