वाणावर महोत्सव
पर्यटन के मानचित्र पर यदि देखा जाये तो यह जहानाबाद जिले का गौरवशाली अतीत है। वाणावर को इतिहास में बराबर के नाम से भी जाना जाता है।
वाणावर पहाड़ी समूह प्राचीन मगध साम्राज्य के गौरवमयी विरासत का ही एक प्रतीक है, जिसके अन्तर्गत वाणावर एवं नागार्जुनी पहाड़ियाँ सम्मिलित हैं। वैसे तो इन पहाड़ी समूह में मूर्तिशिल्प, भित्तिचित्र एवं ललितकला के नायाब नमूने मिलते हैं परन्तु इस पहाड़ी समूह का सर्वप्रमुख आकर्षण यहाँ की गुफाएँ हैं। इसी गुफा के समीप सिद्धेश्वरनाथ मन्दिर के दक्षिण में पतालगंगा नामक जलाशय स्थित है। ग्रेनाइट की शैलों से निर्मित ये गुफाएँ लगभग ढाई हजार वर्ष पूर्व बनायी गयी थीं, जिनका अलंकरण एवं उच्च कोटि की पॉलिस इसके बिल्कुल नवीन होने का एहसास दिलाते हैं।
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