भोजपुरी
बिहार के प्राचीन जिले भोजपुर के नाम पर भोजपुरी शब्द का निर्माण हुआ है। भोजपुरी आर्य परिवार की भाषा है, जिसका इतिहास 7 वीं शताब्दी से प्रारम्भ होता है। भोजपुरी बिहार राज्य के उत्तरी एवं पश्चिमी क्षेत्रों (बक्सर, आरा, सारण, पूर्वी चम्पारण, पश्चिमी चम्पारण, रोहतास) जिलों में बोली जाती है तथा पड़ोसी राज्य पूर्वी उत्तर प्रदेश में भी बोली जाती है।
17 वीं शताब्दी में धरतीदास एवं दरियादास ने भोजपुरी के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया। आधुनिक युग में बाबू रघुवीरनाथ, महेन्द्र मिश्रा एवं भिखारी ने इस भाषा को नई दिशा प्रदान की।
भोजपुरी भाषा की प्रमुख रचनाएँ
रचनाकार कृति
- भिखारी ठाकुर बिदेसिया
- हिमांशु श्रीवास्तव नदी फिर बह चली
- मधुकर मिश्र अर्जुन जिंदा है
- पं. केदारनाथ मिश्र प्रभात। कैकेयी , ऋतुवंश , ज्वाला
- मनोरंजन जी फिरंगिया, बरोहिया
प्रारंभ = 14
21वाँ संविधान संशोधन (1967) = 1 सिंधी
71वाँ संविधान संशोधन (1992) = 3 (नेपाली, मणिपुरी, कोंकणी)
92वाँ संविधान संशोधन (2003) = 4 (बोडो, डोगरी, मैथली, संथाली)
Total = 22 भाषा
Note :- राजस्थानी, भोजपुरी तथा अंग्रेजी को 8वीं अनुसूची में नहीं रखा गया है।
शास्त्री (Classical) भाषा :- 1500BC
1500 ईसा पूर्व की भाषाओं को शास्त्रीय भाषा कहा जाता है। 2004 में इन्हें मान्यता दिया गया। इनकी कुल संख्या 06 है। कन्नड़, तेलगु, तमिल, मलयालम, उड़िया, संस्कृत
Note:- कन्नड़, तेलगु, तमिल, मलयालम (South walor charo) को संयुक्त रूप से द्रवित भाषा कहा जाता हैं।
- पाकिस्तान के ब्लूचिस्तान की ब्राहुई भाषा भारत के द्रवित भाषा से मेल खाती है।
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