बाबा ब्रह्मेश्वरनाथ का मेला
बिहार राज्य के बक्सर जिले में स्थित ब्रह्मपुर धाम के नाम से प्रसिद्ध बाबा ब्रह्मेश्वर नाथ जी का मंदिर प्राचीनतम् मंदिरों में से एक है। ऐसी मान्यता है कि, बाबा ब्रह्मेश्वर नाथ जी का चर्चित तीर्थ स्थल भगवान शंकर के प्रमुख तीर्थ स्थलों में से एक है। इस मंदिर का दरवाजा पश्चिम मुखी है जबकि अधिकतर शिवमंदिरों का दरवाजा पूरब में होता है। यह मंदिर वर्ष में दो बार खुलता है। यहाँ शिवरात्रि एवं वैशाख कृष्ण पक्ष की एकादशी को भव्य मेले का आयोजन होता है। यह मेला वृहद पशु मेला माना जाता है, जहाँ देश के विकसित नस्ल के पशुओं की खरीद-बिक्री वृत पैमाने पर की जाती है।
ऐसी मान्यता हैं की इस मंदिर का निर्माण स्वयं भगवान ब्रह्मा ने किया था। वैसे नाम से भी काफी हद तक ये मालूम भी चल रहा है की ब्रह्मपुर का मतलब ब्रह्मा की नगरी। ऐसा कहा जाता है की एक बार मुस्लिम शासक गजनवी इस मंदीर को तोड़ने के लिया आया। यहाँ लोगो ने उसे ऐसा करने से मना किया और चेतावनी दी की अगर ऐसा करोगे तो भगवान शिव की तीसरी आँख खुल सकती है और वो तुम्हे नाश कर देंगे क्यों की ये मंदिर कोई व्यक्ति विशेष द्वारा निर्मित नहीं है बल्कि इस मंदिर का शिव लिंग ज़मीन से खुद निकला है और ऐसा चमत्कार है की ये हमेशा बढ़ते रहता है। इस पर गजनवी ने कहा की मुझे ऐसे भगवांन पर विश्वास नहीं है अगर वो सच में दुनिया में है तो रात भर में मंदिर का द्वार पूरब से पश्चिम की तरफ हो जाये (जैसा की हरेक शिव मंदिर का द्वार पूरब की तरफ ही होता है ) फिर मैं भी मान लूँगा और फिर कभी हम लोग दुबारा नहीं लौटेंगे।
ऐसा कहा जाता है अगले सुबह में जब गजनवी मंदिर तोड़ने आया तो देखा की इस मंदिर का द्वार पूरब से पश्चिम में हो गया था और गजनवी देख के हद्प्रद रह गया था। आज भी इस मंदिर का द्वार पश्चिम की तरफ ही है और प्रमाण है की इस मंदिर के शिव लिंग का आकार समय-समय पर बड़ा ही होते जा रहा है। इस मंदिर को लोग बड़ा ही पवित्र मानते है और अलग जगह के लोग अपनी मनोकामना पूर्ण करने हेतु जरुर आते है। यहाँ पर लोग आस्था के साथ अपनी शादी भी करवाते है।
How to reach Brahmpur Dham :👇
Nearest railway station : Raghunath pur (which is only 4 k.m from shivalaya )
Nearst highway : NH 84 which goes through Brahmpur.
Pin code – 802112
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