बनारस के विभिन्न घाटों का परिभ्रमण करने का आज सौभाग्य प्राप्त हुआ, पूरे 10 घंटे मैंने वहां समय व्यतीत किया। इस दरम्यान मन में कुछ ख्याल आ रहे थे जो आप सभी के साथ साझा कर रहे हैं।👇
बैठ गए बनारस के घाट पर,
पूरा दिन यूँ ही गुजर गए।
ना तेरा इश्क़😍 याद रहा ना तेरी शरारतें,
गंगा की मदमस्त लहरों में हम यूँ खो गए।
विश्वजीत कुमार✍️
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