अपना 'सेल्फ पोट्रेट' लिखना (Writing Yourself Portrait)
जब कोई व्यक्ति पहली बार अपना खुद का प्रतिविम्ब देखा होगा तब से self portrait (सेल्फ-पोट्रेट) यानी स्वं के शरीर का ऊपरी भाग। को लेकर उसके मन में कई तरह की भावनाएं जागृत होती होगी एवं उसे वह पहचान के तौर पर भी निरूपित करता रहा होगा। वैसे कला का कोई भी स्वरूप, भावनाओं का दिखाने का प्रचलित माध्यम रहा है। ऐसा अनेक बार होता है कि हमें हमारी प्रतिभा को परखने एवं स्वयं को निरूपित करने के लिए लिए हम अपनी नाक की चर्चा करते हैं। जैसे:- उसने तो हमारी नाक ही कटवा दी। तुम्हें अपनी नाक की इज्जत नहीं है।
आज का परिदृश्य सोशल मीडिया का है। आप भी Instagram, Facebook, Tinder और Snapchat, आदि। पर Selfie यानी स्वयं से स्वयं की ली गई फोटो। को अपलोड करते होंगे दूसरों के द्वारा अपलोड की गई फोटो पर प्रतिक्रिया देते होंगे। परन्तु ये सभी क्रियाएं कलाकारों के लिए काफी लम्बे समय से यादगार घटना रही हैं। मुझे यहां स्मरण हो रहा है आधुनिक चित्रकला के जनक और उत्तर प्रभाव आंदोलन के क्रांतिकारी चित्रकार विन्सेन्ट वानगोंग का जिनका जन्म 03 मार्च 1853 ई. में हॉलेंड के Grrot Zundert नामक एक छोटे से गांव में हुआ था। इनके द्वारा कई सारे व्यक्ति चित्रों का निर्माण किया गया। Leonardo da vinci को कौन भूल सकता है जो एक महान चित्रकार होने के साथ-साथ मूर्तिकार, दार्शनिक, कवी, गायक, भवन-निर्माण-शिल्पी तथा एक कुशल इंजीनियर भी थे। उनकी विश्व प्रसिद्ध रचना मोनालिसा आज भी लोगों के लिए रहस्य बनी हुई है।
सेल्फ-पोट्रेट किसी व्यक्ति के अभिव्यक्ति को व्यक्त करने का एक बहुत रोचक तरीका है। हम खुद ही Model होते है। एक ऐसा मॉडल जो हमेशा हमारे आसपास रहता हैं। उसको हाथ से कभी नहीं जाने देना चाहिए। इसे कई तरह से देखना चाहिए एवं प्रेरित होना चाहिए। सेल्फ-पोर्ट्रेट यानी अपना शब्दचित्र बनाने की कोशिश।
Self शब्द से ही 'Selfie' शब्द का संभवतः निर्माण हुआ है। 2013 में ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी ने इसे 'वर्ड ऑफ द इयर' घोषित किया था। तब से लेकर अबतक फोटो खींचने-खिंचाने का दौर लगातार चरम पर है। इसमें जनसाधारण से लेकर मशहूर हस्तियाँ एवं राजनेता आदि सभी शामिल हैं। Selfie तकनीक में आये जबरदस्त परिवर्तन सोशल मीडिया के बढ़े हुए दायरे का नतीजा है मगर सनद रहे कि स्वचित्र, सेल्फ पोट्रेट प्राचीन शैली का ही आधुनिक स्वरूप है।
सेल्फ-पोट्रेट की शुरुआत मध्य युग में चित्रकला के साथ शुरू हुई थी। जहाँ ये अधिकार, आत्मचेतना, स्वयं की पड़ताल एवं शायद अपनी जिन्दगी को दर्ज करने का साधन बनती थी लेकिन धीरे-धीरे बदलाव आते गए और परिमाण स्वरूप सेल्फ-पोट्रेट अब सेल्फी बन गया एवं इसका प्रवेश कूची-कैनवास से हटकर के कैमरा तक आ गया।
कहा भी गया है ना की परिवर्तन ही संसार का नियम होता है। उसी तरह जैसे self-portrait selfie में परिवर्तित हो गया उसी तरह हमें अपने व्यक्तित्व में परिवर्तन लाना है। स्वयं से स्वयं का निर्माण करना है अर्थात self-portrait लिखना है।
Writing Yourself Portrait
Self portrait means the upper part of one's own body from when a person first saw his own image. Many kinds of feelings must have been awakened in his mind about him and he must have been representing it as an identity. By the way, any form of art has been a popular medium to show emotions. It happens many times that we talk about our nose to test our talent and represent ourselves. Eg:- He got our nose cut off. You don't respect your nose.
Today's scenario is of social media. You can also Instagram, Facebook, Tinder and Snapchat, etc. But Selfie means a photo taken by yourself. Will have to upload the photos and give feedback on the photos uploaded by others. But all these actions have been memorable events for a long time for artists. I am reminded here that the father of modern painting and the revolutionary painter of the post-impact movement, Vincent Wangong, was born on 03 March 1853 in a small village called Grrot Zundert in Holland. Many individual portraits were created by him. Who can forget Leonardo da Vinci, who was a great painter as well as a sculptor, philosopher, poet, singer, builder and a skilled engineer. His world famous creation Monalisa remains a mystery to the people even today.
Self-portrait is a very interesting way of expressing a person's expression. We ourselves are models. A model that is always around us. He should never let go of his hand. It should be seen in many ways and inspired. Self-portrait means trying to create your own vignette.
The word 'Selfie' is probably formed from the word Self. In 2013 it was declared 'Word of the Year' by Oxford Dictionary. Since then, the era of photographing and photographing has been continuously at its peak. It includes everyone from the general public to celebrities and politicians. The tremendous change in selfie technology is the result of the increased scope of social media, but keep in mind that self-portrait, self-portrait is the modern form of the ancient style.
Self-portrait began with painting in the Middle Ages. Where this authority, self-consciousness, used to be a means of self-examination and perhaps recording one's life, but gradually changes came and in the form of self-portrait now selfie and its entry came from the canvas to the camera. .
It has also been said that change is the rule of the world. In the same way as the self-portrait turned into selfie, in the same way we have to bring a change in our personality. To create oneself from oneself means to write a self-portrait.
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