जबसे उनका आना-जाना हो गया ।
दिल💗 ये जख्मों का खजाना हो गया ।।
लाश भटके है मेरी क्यूँ दरबदर ।
मौत आए तो ज़माना हो गया ।।
जो गया फिर वो कभी लौटा नहीं ।
शहर-ए-उल्फ़त कत्लखाना हो गया ।।
याद करके दिल तुझें रो ले अगर ।
समझो मेरा मुस्कुराना हो गया ।।
कैसे सम्हलते हम बता।
नजरों का जब दिल निशाना हो गया।।
साभार:- सोशल मीडिया
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