मीरा मुखर्जी (Meera Mukherjee)
इनका जन्म 1923 ई० में कोलकाता में हुआ था और इनकी शिक्षा-दीक्षा कोलकाता एवं दिल्ली में संपन्न हुई। इन्होंने बस्तर के आदिवासियों से ढोकड़ा कास्टिंग सीखी। इनका प्रिय माध्यम कॉपर (कांसा) है। नेपाल में भी इन्होंने ढोकड़ा कास्टिंग से संबंधित कई कार्य किए इनके द्वारा निर्मित कुछ मूर्तियां निम्न हैं:-
- बेसाइड स्टेशन
- द गुरु
- फिगर
- वामन अवतार
- अशोका एंड कलिंगा Ashok at kaling Meera Mukherjee Bronze 11'6 Fit. 1972.
- रिपुजे
Note:- रिपुजे तकनीक को उभार तकनीक भी कहा जाता है।
मीरा मुखर्जी के द्वारा कुछ किताबों की भी रचना की गई है जो कि निम्न है-
- ब्रास वर्कर
- ब्रास वेयर इन बस्तर
- मेटल क्राफ्ट मैन इन इंडिया
- फोक मेटल आर्टिजन
इनके द्वारा लिखी गई कुछ प्रमुख किताबें हैं।
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