बुधवार, 8 जून 2022

कोई दीवाना कहता है, कोई पागल समझता है !


कोई दीवाना कहता है, 

कोई पागल समझता है !

मगर धरती की बेचैनी को, 

बस बादल समझता है !!


मैं तुझसे दूर कैसा हूँ, 

तू मुझसे दूर कैसी है !

ये तेरा दिल समझता है या, 

मेरा दिल समझता है !!


मोहब्बत एक अहसासों की, 

पावन सी कहानी है !

कभी कबीरा दीवाना था, 

कभी मीरा दीवानी है !!


यहाँ सब लोग कहते हैं, 

मेरी आंखों में आँसू हैं !

जो तू समझे तो मोती है, 

जो ना समझे तो पानी है !!


समंदर पीर का अन्दर है, 

लेकिन रो नहीं सकता !

यह आँसू प्यार का मोती है, 

इसको खो नहीं सकता !!


मेरी चाहत को दुल्हन तू बना लेना, 

मगर सुन ले !

जो मेरा हो नहीं पाया, 

वो तेरा हो नहीं सकता !!


कुमार विश्वास✍🏻

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