कोई दीवाना कहता है,
कोई पागल समझता है !
मगर धरती की बेचैनी को,
बस बादल समझता है !!
मैं तुझसे दूर कैसा हूँ,
तू मुझसे दूर कैसी है !
ये तेरा दिल समझता है या,
मेरा दिल समझता है !!
मोहब्बत एक अहसासों की,
पावन सी कहानी है !
कभी कबीरा दीवाना था,
कभी मीरा दीवानी है !!
यहाँ सब लोग कहते हैं,
मेरी आंखों में आँसू हैं !
जो तू समझे तो मोती है,
जो ना समझे तो पानी है !!
समंदर पीर का अन्दर है,
लेकिन रो नहीं सकता !
यह आँसू प्यार का मोती है,
इसको खो नहीं सकता !!
मेरी चाहत को दुल्हन तू बना लेना,
मगर सुन ले !
जो मेरा हो नहीं पाया,
वो तेरा हो नहीं सकता !!
कुमार विश्वास✍🏻
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