मंगलवार, 27 अप्रैल 2021

दृश्य कलाओं का शिक्षण अधिगम प्रक्रिया में उपयोग (Use of visual arts in teaching learning process) D.El.Ed.1st Year F-11.



दृश्य कलाओं का शिक्षण अधिगम प्रक्रिया में उपयोग (Use of visual arts in teaching learning process)

           सभी प्रकार की कलाओं को शिक्षा के पाठ्यक्रम में महत्त्वपूर्ण स्थान दिया गया है। वर्तमान समय की शिक्षा में कला का महत्व बढ़ गया है क्योंकि पहले विभिन्न प्रकार की कलाओं में केवल चित्रकला को ही शिक्षा विद्यालयों में प्रदान की जाती थी, लेकिन अब नयी शिक्षा नीति, 2020 के अन्तर्गत चित्रकला के साथ साथ मूर्तिकला, काव्यकला, संगीतकला, नृत्यकला, नाट्यकला, व्यापारिककला, शिल्पकला तथा मुद्रण कला, आदि। विभिन्न ललित कलाओं का अध्ययन शिक्षा में किया जा रहा है। वास्तव में शिक्षाशास्त्रियों द्वारा शिक्षा में विभिन्न कलाओं को उपयोगी स्थान देना एक महत्वपूर्ण कदम है। अत: शिक्षा में कलाओं का महल निम्नलिखित प्रकार से वर्णित है- 
(1) कला हस्तकौशल के द्वारा स्वच्छता, अनुशासन, स्वतन्त्र विचार, स्पष्टता एवं शुद्धता का बोध कराती है। 
(2) कला अन्तर्राष्ट्रीय सम्प्रेषण का कार्य करती है। 
(3) कला देश की संस्कृति एवं सभ्यता का विकास करके उसे संरक्षित करती है। 
(4) कला सृजनात्मकता का अवसर प्रदान करती है, इसके द्वारा मूल प्रवृत्तियाँ परिष्कृत हो जाती है तथा इनको बढ़ाने में सहायता मिलती है। 
(5) कला की शिक्षा आत्म प्रदर्शन, आत्मानुभूति, आत्म-निर्णय, आत्म-चिन्तन और आत्म-अभिव्यक्ति आदि। अभूतपूर्व क्षमताएँ उत्पन्न कर उन कार्यान्वित करने का अवसर प्रदान करती है। 
(6) इसके द्वारा मानसिक विकास के साथ-साथ शारीरिक विकास भी सम्भव है। 
(7) कला के द्वारा वैज्ञानिक विधि से अध्ययन कराया जाता है। 
(8) कला के प्रेषणीय रूपों में अनुभूति की अभिव्यक्ति होती है। 
(9) कला के द्वारा अचेतन  (Unconscious) मन की अभिव्यक्ति का अवसर प्रदान होता हैं।
(10) दृष्टि से सम्बन्धित चित्रकला, दृष्टि एवं स्पर्श से सम्बन्धित मूर्तिकला, स्वर एवं भाषा से सम्बन्धित गायन, संगीतकला, क्रिया से सम्बन्धित नृत्यकला सभी शिल्पकलाएं अपना विशिष्ट कार्य करती हैं। 
(11) कला शिक्षा में कला सौन्दर्यानुभूति प्रदान कर सत्य को स्पष्ट करती है।
(12) शिक्षा मनुष्य को विकसित जीवन प्रदान करता है तो कला मनुष्य के लिए जीवन दर्शन प्रदान करती हैं। 
 (13) कला अन्य पाठ्य-विषयों से सहसंबंध स्थापित कर शिक्षा में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाती है। .




 

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