शनिवार, 31 दिसंबर 2022

वीर तुम अड़े रहो, रजाई में पड़े रहो।



 वीर तुम अड़े रहो, 

रजाई में पड़े रहो।


चाय का मजा मिले,

सिकी ब्रेड भी मिले।


मुंह कभी दिखे नहीं, 

रजाई, खिसके नहीं।


मां की लताड़ हो, 

या बाप की दहाड़ हो।


तुम निडर डटो वहीं,

रजाई से उठो नहीं।


वीर तुम अड़े रहो, 

रजाई में पड़े रहो।।


मुंह गरजते रहे, 

डंडे बरसते रहे।


वो भी जो, भड़क उठे,

बेलन ही खड़क उठे।


प्रात: हो कि रात हो, 

संग कोई, न साथ हो।


रजाई में घुसे रहो, 

तुम वही डटे रहो।


ये रजाई लिए हुए,

एक प्रण किए हुए।


वीर तुम अड़े रहो, 

रजाई में पड़े रहो।।


अपने राम के लिए,

यूँ अराम के लिए।


कक्ष शीत से भरे, 

ख्वाब गीत से भरे।


यत्न कर निकाल लो,

ये काल,तुम निकाल लो।


तीक्ष्ण है, ये ठंड है, 

यह बड़ी प्रचंड है।


वीर तुम अड़े रहो, 

रजाई में पड़े रहो।।


हवा भी तेज आ रही, 

धूप को डरा रही।


तू धूप की न आस कर,

रजाई में निवास कर।


वीर तुम अड़े रहो, 

रजाई में पड़े रहो।।



रजाईधारी सिंह 'दिनभर'✍️😂😂😂


याद करके दिल तुझें रो ले अगर......


जबसे उनका आना-जाना हो गया । 

दिल💗 ये जख्मों का खजाना हो गया ।। 


लाश भटके है मेरी क्यूँ दरबदर ।

मौत आए तो ज़माना हो गया ।।


जो गया फिर वो कभी लौटा नहीं । 

शहर-ए-उल्फ़त कत्लखाना हो गया ।।


याद करके दिल तुझें रो ले अगर ।

समझो मेरा मुस्कुराना हो गया ।।


कैसे सम्हलते हम बता। 

नजरों का जब दिल निशाना हो गया।।


साभार:- सोशल मीडिया

बुधवार, 28 दिसंबर 2022

चाय☕ सुट्टा🚬 बार। (Chai☕ Sutta🚬 Bar)

        "चाय☕ सुट्टा🚬 बार" नाम देखकर और अपने आप को दिलासा देते हुए रेस्टुरेंट में प्रवेश किये तभी सामने लगे एक स्टीकर पर नजर पड़ी। बड़े-बड़े लाल अक्षरों में लिखा हुआ था - No Smoking Zone. कथनी एवं करनी में अंतर होता हैं यह कहावत आज फिर से चरितार्थ हो गई। मैंने अपने दोस्त से कहा - भाई चाय पियो बाकी मत पढ़ो। मेरे दोस्त ने Chocolate Hot Coffee मैंने Adark Chai एवं French Fries मंगाई। Product के नाम तो बहुत अच्छे लग रहे थे। 05 मिनट के अंदर उन्होंने कुल्हड़ में एक चाय एवं एक कॉफ़ी, सॉरी!!! चॉकलेट हॉट कॉफी लाई। चॉकलेट के नाम पर उसने कॉफ़ी के ऊपर में थोड़ी सी लाइने बना दी थी। मैंने कहा - भाई हॉट है थोड़ा सम्हल कर पीना। उसने मेरी बात को सही मान ली इस दुविधा में उसे ठंडी कॉफ़ी पीनी पड़ी। हम लोगों की चाय-कॉफी खत्म हो चुकी थी लेकिन उसका French Fries अभी तक आया नहीं था। हम लोग wait करते-करते जब थक गए तब waiter को बुलाया। waiter ने आते ही कहां - sir, तैयार हो रहा है। तुरन्त लाते हैं। लगभग 10 मिनट बाद उसने छोटे से प्लेट में पूरी तरह भरकर के आलू का भुजिया लाया। जिसमें ना हल्दी का पता चल रहा था ना ही तेल का फिर भी भुजिया था। 

मैंने उसे कहा - भाई तुम्हारा कंबीनेशन सही नहीं है। 

उसने कहां - कैसे सर ?

मैंने कहा - एक बार चाय लाते हो उसके आधे घंटे बाद ये आलू का भुजिया।

उसने कहां - सर ये भुजिया नही हैं, French Fries हैं।

मैंने कहा - हां, वही French Fries😊 एक काम करो 02 चाय और लाओ।

उसने 02 चाय☕☕ तुरन्त ला दी, ऐसा लगा पहले से ही बना कर रखा हो। फिर हमने चाय और French Fries का आनंद लिया एवं बातों का लंबा दौर चलता रहा।



      इस चाय का बिल 140 आया था, खैर ये तो अलग बात है लेकिन चाय और भुजिया का कॉन्बिनेशन अच्छा लगा।

दर्द को मेरे रवानी चाहिए.... (The pain needs to go away from me....)


दर्द को मेरे रवानी चाहिए।

आँखों में रोने को बस पानी चाहिए।।


कर तो लें फिर से मुहब्बत💗 हम इक दफ़ा। 

मीरा जैसी इक दीवानी चाहिए ।।


शौक है जिनको जोखिम उठाने का।

हमें उनकी उल्फ़त भी आजमानी चाहिए।।


लाश स्वं की अब हमसे उठती नहीं। 

हमें ना ऐसी जिंदगानी चाहिए।।


....और वो कितनी खता मेरी सहें। 

अब तो हमको लाज आनी चाहिए ।।


दौलतें तो आती-जाती रहती हैं पर।

शान-ओ-शौकत तो हमे खानदानी चाहिए।।


नब्ज़ थम जाए उससे पहले 'विश्वजीत कुछ कर।

"जीस्त" को भी तो एक कहानी चाहिए।


विश्वजीत कुमार✍️


ग़ज़ल में प्रयुक्त कुछ शब्दों के अर्थ -


रवानी :- धारा-प्रवाह, बहाव।

उल्फ़त:- वह मनोवृत्ति जो किसी को बहुत अच्छा समझकर सदा उसके साथ या पास रहने की प्रेरणा देती है। 
जैसे:- प्रेम; प्यार; इश्क़; प्रीति। दोस्तों या मित्रों में होने वाला पारस्परिक संबंध मित्रता; दोस्ती; याराना।

लाज:- (स्त्रीलिग) लज्जा, शर्म।

ज़ीस्त ziist (زِیسْت) :-  (स्त्रीलिग) - जीवन, ज़िंदगी, जीवनयापन।

हमको महबूबा न उसकी कोई निशानी चाहिए।



हमको महबूबा न उसकी कोई निशानी चाहिए। 

और ना ही हमें ये जिंदगानी चाहिए ।।


उड़ गया कब का परिंदा रूह का। 

अब तो भीड़ भी लोगों की हटानी चाहिए ।।


बच सकें नस्लें फ़रेब-ए-इश्क से।

दास्तां मेरी सबको सुनानी चाहिए ।।


वो मुहब्बत में मेरी पड़ जाएगी। 

मेरी ग़ज़लें उसे यूँ न गुनगुनानी चाहिए ।।


दिल मेरा धड़के जो तुम पहलू में हो। 

महकने को तो रात-रानी चाहिए ।।


दिल दुखाते रहे हैं सभी मेरा यहां । 

उन्हें अब तो उसकी कीमत चुकानी चाहिए ।।


कब से मैं बैठा हूँ इंतजार में । 

अब तो उन्हें आना चाहिए ।।


विश्वजीत कुमार✍️

मंगलवार, 27 दिसंबर 2022

आइए तो कभी बिहार....

BPSC अभ्यर्थी की कलम से वर्तमान परिस्थिति पर कटाक्ष



आपने सुना ही होगा 'बिहार में बहुते है बहार' 

यहाँ आने से खुशियाँ मिलेगी बहुत अपार,

आइए तो कभी बिहार । 


सरकारी नौकरी की सीटें बिक रही है हर बार, 

बस आपको रखना है, नोटों का बंडल तैयार,

आइए तो कभी बिहार । 


जि परिक्षा का चाहो उसका पेपर लिक कराएंगे यार, 

मिलेगी सरकारी नौकरी, नहीं रहेंगे बेरोजगार,

आइए तो कभी बिहार ।


SDM, DM, SP का 70 लाख और सचिवालय में मात्र 30 लाख है यार,

अधिकारी बनने के बाद आप जम के करना भ्रष्टाचार, 

आइए तो कभी बिहार ।


चच्चा और भतिजा को नहीं है जनता से तनिक भी प्यार, 

एक बन रहे PM मैटेरियल, दूसरा CM मैटेरियल बन के तैयार,

आइए तो कभी बिहार । 


अगर आदेश हो आपका तो आपके घर को बना देंगे 'बार'🍻

लेकिन पीने के बाद मर गये तो कोई न होगा जिम्मेवार, 

आइए तो कभी बिहार ।


वर्षो से जनता पर होता रहा है इसी तरह अत्याचार, 

फिर भी जनता करती है,

चुनाव के समय इनकी जय-जयकार, 

आइए तो कभी बिहार 


विकास कुमार✍️

BPSC अभ्यर्थी

दर्द से भर गया वो मुझसे लिपटकर रोया।


 

दर्द से भर गया वो मुझसे लिपटकर रोया ।

भूल वो शर्म-ओ-हया आज फफककर रोया ।। 


इतना लाचार न पहले कभी उसे देखा 

गम छुपाने में था नाकाम वो हंसकर रोया ।।


कैसे अल्फ़ाज़ में बयाँ करूँ उसकी हालत ।

दर्द से भर के गले तक वो तड़पकर रोया ।


जिसको पत्थर बता रहा है सरेआम जहाँ ।

दिल ही दिल मोम का वो मर्द पिघलकर रोया ।।


घर में सबकी नज़र से बचके अपने कमरे में । 

दर-दरीचों को बंद कर वो सिसककर रोया ।।


इश्क में खुद को हार जिंदगी से उकता कर ।

माँ के आंचल से सूरमा वो दुबककर रोया ।


जिसने मुद्दत से मुहब्बत लिखी है। 

प्यार के नाम से घंटों वो सिहर कर रोया।।


साभार:- सोशल मीडिया

रविवार, 25 दिसंबर 2022

जानबूझकर मैंने दिल में, दर्द की नदियां पाली हैं। Deliberately, I have raised rivers of pain in my heart.




जानबूझकर मैंने दिल में, 
दर्द की नदियां पाली हैं।


जानबूझकर मैंने दिल में दर्द की नदियां पाली हैं। 

कैसे जुदा उन्हें करता वो मेरे चाहने वाली हैं ।।


रात में तेरी छत पर दो-दो चांद चमकते देखे थे। 

सुबह मुझे मालूम हुआ वो तेरे कान की बाली हैं।।


मीन सरीखे आँखें होंठों के नीचे काला तिल है। 

घुटनों तक लहराती तेरी जुल्फें काली-काली हैं ।।


नजरें जब तेरे होठों पर पड़ती हैं टिक जाती हैं। 

ऐसा लगता है कि मानो वो गुलाब की प्याली हैं ।।


मुझमें निवेश कोई प्यार का अपने मत करना। 

दिल की जेबें प्यार के सिक्कों से अब मेरी खाली हैं।।


साभार:- सोशल मीडिया

शुक्रवार, 23 दिसंबर 2022

अग्रिम (ADVANCES) For Central Government Staff.


अग्रिम
(ADVANCES)


Interest-free and Interest-bearing advances


Interest-free advances:

1. Advance of T.A. on tour/transfer.

2. Advance of T.A. to the family of a deceased Government servant.

3. Advance of LTC.

4. Advance in connection with medical treatment.

-OM, dated 7-10-2016.


     All interest-free advances except those mentioned above at Sl. Nos. 01 to 04 have been abolished by the Seventh Central Pay Commission.


Interest-bearing advances:


1. Advance for purchase of Personal Computer. iPad can also be purchased. 

-OM, dated 7-10-2016 and 13-6-2022.


2. Advance for construction/purchase of house/flat/enlargement of living accommodation. 


[Rates of interest are prescribed for each financial year for Item 1 and periodically for Item 2.] 


       All interest-bearing advances except those mentioned above at Sl. Nos. 1 and 2 have been abolished by the Seventh Central Pay Commission.


Personal Computer Advance 


1. Eligibility.- All Government employees are eligible for grant of Personal Computer Advance of ₹ 50,000 or actual price of the PC or iPad, whichever is lower. 

-OM, dated 7-10-2016.


2. Sanctioning Authority.- The authority competent to sanction the advance is Department of Central Government/Administration/Head of Department. 

-Rule 15 (1).


3. Conditions.- 

(i) An application for the grant of advance for the purchase of a Personal Computer shall be made in Form VI of the compendium.


(ii) A second or subsequent advance for the purchase of a Personal Computer cannot be granted before the expiry of 03 years from the date of drawal of the earlier advance. May be allowed maximum five times in entire service. 

(iii) Advance not admissible for payment of customs duty on the Personal Computer.

-Rule 21 (5).


4. Mortgage.- The Make, Model and No. of the Personal Computer should be entered in Form IV of the compendium. 


5. Interest.- At the rate of 9.8% for the year 2022-2023.

- OM, dated 21-3-2022.


6. Repayment. In not more than 150 monthly instalments. Total recoveries on account of all advances including computer advance, taken by a Government servant shall not exceed 50% of the total emoluments.

- Rule 21 (5).


ब्याज मुक्त तथा व्याज-युक्त अग्रिम 


व्याज मुक्त अग्रिम :


1. दौरा/ स्थानांतरण के दौरान यात्रा भत्ता का अग्रिम। 

2. दिवंगत सरकारी कर्मचारी के परिवार की यात्रा भत्ता का अग्रिम।

3. छुट्टी यात्रा रियायत (एल.टी.सी.) संबंधी अग्रिम

4. चिकित्सा उपचार संबंधी अग्रिम।

-OM dated 7-10-2016.


      उपर्युक्त क्रम संख्या 01 से 04 पर उल्लिखित ब्याज मुक्त अग्रिमों के सिवाय सभी ब्याज मुक्त अग्रिमों को सातवें वेतन आयोग द्वारा समाप्त कर दिया गया है।


व्याज युक्त अग्रिम :


1. निजी कंप्यूटर खरीदने के लिए अग्रिम, आईपैड भी खरीदा जा सकता है। -OM. dated 7-10-2016 and 13-6-2022. 

2. मकान / फ्लैट के निर्माण / खरीद / वर्तमान आवास में विस्तार के लिए अग्रिम।


(मद 1 के लिए प्रत्येक वित्तीय वर्ष तथा मद 2 के लिए आवधिक रूप से व्याज की दरें निर्धारित की जाती हैं ।)


       उपर्युक्त क्रम संख्या । तथा 2 पर उल्लिखित ब्याज- युक्त अग्रिगों के सिवाय सभी व्याज-युक्त अग्रिमों को सातवें वेतन आयोग द्वारा समाप्त कर दिया गया है।


निजी कंप्यूटर संबंधी अग्रिम


1. पात्रता.- सभी सरकारी कर्मचारी, निजी कंप्यूटर या आईपैड अग्रिम की स्वीकृति के रूप में ₹50,000 अथवा कंप्यूटर का वास्तविक मूल्य, जो भी कम हो, के पात्र होंगे। 

-OM, dated 7-10-2016 and 13-6-2022,


2. मंजूरीदाता प्राधिकारी.- अग्रिम की मंजूरी प्रदान करने के लिए सक्षम प्राधिकारी केंद्र सरकार के विभाग / प्रशासन / विभागाध्यक्ष हैं।


-Rule 15 (1)


3. शर्तें.- 

(1) निजी कंप्यूटर को खरीदने के लिए अग्रिम की मंजूरी हेतु आवेदन सार-संग्रह पत्र में दिए गए प्रपत्र-VI में प्रस्तुत किया जाएगा।


(2) निजी कंप्यूटर को खरीदने के लिए दूसरा अथवा अनुवर्ती अग्रिम पूर्व में लिए गए अग्रिम की तारीख से 3 साल की समाप्ति से पहले स्वीकृत नहीं किया जा सकता। इसकी अनुमति समस्त सेवाकाल में अधिकतम पाँच बार दी जा सकती है।


(3) निजी कंप्यूटर पर लगने वाले सीमा शुल्क के भुगतान करने हेतु अग्रिम की मंजूरी नहीं की जाएगी। 

-Rule 21 (5). 

4. बंधक- निजी कंप्यूटर का मेक, मॉडल और संख्या, सार-संग्रह में दिए गए फार्म-IV में दर्ज किया जाना चाहिए।


5. व्याज- वर्ष 2022-2023 के लिए 9.8% की दर पर। 

- OM, dated 21-3-2022.


6. अग्रिम की वापसी.- अधिक से अधिक 150 मासिक किस्तों में वापसी की जा सकती है। किसी सरकारी कर्मचारी द्वारा लिए गए कंप्यूटर अग्रिम सहित समस्त अग्रिमों की कुल वसूली की रकम, उसकी कुल परिलब्धियों के 50% से अधिक नहीं होगी।

- Rule 21 (5).


गुरुवार, 22 दिसंबर 2022

सोचा है आज बैठ के ये इत्मीनान से...



सोचा है आज बैठ के ये इत्मीनान से। 

हम तुमको भुला देंगे यार जेहन-ओ-जान से ।।


बैठा है दिल उदास कब से जिद में तुम्हारी । 

लौटा है कब वो तीर जो गया कमान से ।।


हर सम्त बहार-ए-खुशी हो तेरी मुन्तशिर । 

गुजरे तेरी हयात आन - बान - शान से ।। 


जब से वो जान - ए - मन बनी है जान हमारी । 

धो बैठे हम तो हाथ तब से अपनी जान से ।। 


'रघुवंशी' बिना ब्याहा तन है, मन है विवाहित । 

माना है दुल्हन तुमको जिगर ने ईमान से ।।


साभार :- सोशल मीडिया

आचरण नियमावली (Conduct Rules) For Central Government Staff.



आचरण नियमावली

(Conduct Rules)



1. Do's and Don'ts-for you

Do's.-

1. Maintain absolute integrity at all times.

2. Maintain absolute devotion to duty at all times.

3. Those holding responsible posts maintain independence

and impartiality in the discharge of your duties. 4. Maintain a responsible and decent standard of conduct in private life.

5. Render prompt and courteous service to the public. 6. Observe proper decorum during lunch break.

7. Report to superiors the fact of your arrest or conviction in a Criminal Court and the circumstances connected therewith, as soon as it is possible to do so.

8. Keep away from demonstrations organized by political parties in the vicinity/neighborhood of Government offices.

9. Maintain political neutrality.. 10. Manage private affairs in such a way as to avoid habitual indebtedness or insolvency.

11. If any legal proceedings are instituted for the recovery of any debt due from you or for adjudging you as an insolvent, report the full facts of such proceedings to the Competent Authority.

12. Act in accordance with Government policies. 

13. Observe courtesy and consideration to Members of Parliament and State Legislatures. 

14. In performance of duties in good faith, communicate information to a person in accordance with the 'Right to Information Act, 2005' (22 of 2005) and the rules made thereunder.

15. Commit yourself to and uphold the supremacy of the Constitution and democratic values;

16. Defend and uphold the sovereignty and integrity of India, the security of the State, public order, decency and morality;

17. Maintain high ethical standards and honesty;

18. Promote the principles of merit, fairness and impartiality in the discharge of duties;


19. Maintain accountability and transparency; 


20. Maintain responsiveness to the public, particularly to the weaker section;


21. Maintain courtesy and good behaviour with the public; 


22. Take decisions solely in public interest and use or cause to use public resources efficiently, effectively and economically;


23. Declare any private interests relating to your public duties and take steps to resolve any conflicts in a way that protects the public interest


24. Make choices, take decisions and make recommendations on merit alone; 


25. Act with fairness and impartiality and not discriminate against anyone, particularly the poor and the under-privileged sections of society, 


26. Refrain from doing anything which is or may be contrary to any law, rules, regulations and established practices;


27. Maintain discipline in the discharge of your duties and be liable to implement the lawful orders duly communicated to you;


28. Maintain confidentiality in the performance of your official duties as required by any laws for the time being in force, particularly with regard to information, disclosure of which may prejudicially affect the sovereignty and integrity of India, the security of the State, strategic, scientific or economic interests of the State, friendly relation with foreign countries or lead to incitement of an offence or illegal or unlawful gain to any person;


29. Perform and discharge your duties with the highest degree of professionalism and dedication to the best of your abilities.

-Rule 3.


Don'ts.-


1. Do not make joint representations in matters of common interest.


2. Do not indulge in acts unbecoming of a Government servant. 


3. Do not be discourteous, dishonest and partial. 


4. Do not adopt dilatory tactics in your dealings with the public.


5. Do not convey oral instructions to subordinates. (If done for unavoidable reasons, confirm them in writing as soon as possible.) 


6. Do not practice untouchability.


7. Do not associate yourself with any banned organizations. 


8. Do not join any association or demonstration whose objects of activities are prejudicial to the interest of the sovereignty and integrity of India, public order or morality.


9. Do not give expression to views on Indian or foreign affairs, while visiting foreign countries.


10. Do not get involved in unauthorized communication of any official document or any part thereof or classified information to any Government servant or any other persons to whom you are not authorized to communicate such document or classified information. 


11. Do not join or support any illegal strike.


12. Do not enter into any private correspondence with Foreign Embassies or Missions/High Commissions.


13. Do not accept lavish or frequent hospitality from any individual, industrial or commercial firms, organizations, etc., having official dealings with you.


14. Do not accept any offer of the cost of passage to foreign countries or hospitality by way of free board and lodging there, if such offers are from foreign firms contracting with Government.


15. Do not accept invitations to you and members of your family for free inaugural flights offered by Air India, Indian Airlines Corporation or Foreign Airliners. 


16. Do not give or take or abet giving or taking of dowry or demand any dowry directly or indirectly from the parent or guardian of a bride or bridegroom. 


17. Do not accept any gift from any foreign firm which is having official dealings.


18. Do not engage yourself in canvassing business of Life Insurance Agency, Commission Agency or Advertising Agency owned or managed by the members of your family. 


19. Do not lend money to or borrow money from or deposit money as a member or agent, with any person, firm or private company with whom you are likely to have official dealings. Do not otherwise place yourself under pecuniary obligation with such person, firm or private company.


20. Do not approach your subordinates for standing surety for loans taken from private sources either by you/your relations/friends.


21. Do not undertake private consultancy work. 


22. Do not speculate in any stock, share or other investment.


23. Do not purchase shares out of the quota reserved for friends and associates of Directors of Companies. 


24. Do not bid at any auction of property where such auction is arranged by your own officers.


25. Do not stay as guest with Foreign Diplomats or foreign nationals in India.


26. Do not invite any Foreign Diplomat to stay with you as your guest in India.


27. Do not accept or permit your wife or dependents to accept passage money or free air transport from a Foreign Mission/Government or Organization.


28. Do not bring any political influence in matters pertaining to your service. 


29. Do not consume any intoxicating drinks or drugs while on duty.


30. Do not appear in public place in a state of intoxication.


31. Do not indulge in any act of sexual harassment of any woman at her work place.


32. Do not employ children below 14 years of age. 


33. Do not accept award of monetary benefits instituted by Private Trusts/Foundations, etc.


34. Do not address the higher authority prematurely on the same issue unless it is established that all the points or submissions made earlier have not been fully considered by the immediate superior or Head of Office or any other authority at the lowest level competent to deal with that matter. 


35. Do not use your official position or influence directly or indirectly to secure employment for any member of your family in any company or firm.


36. Do not place yourself under any financial or other obligations to any individual or organization which may influence you in the performance of your official duties;


37. Do not misuse your position as civil servant and take decisions in order to derive financial or material benefits for yourself, your family or your friends; 

-GIDS below Rules 3-A to 3-C.



आपके लिए क्या करें क्या न करें-


क्या करें?


1. हमेशा सत्यनिष्ठ बने रहें।


2. हमेशा कर्तव्य के प्रति पूर्णतः समर्पित रहें।


3. जिम्मेदार पदों पर कार्यरत अधिकारी कर्तव्यों के निर्वहन में स्वायत्तता और निष्पक्षता बनाए रखें।


4. व्यक्तिगत जीवन में जिम्मेदार एवं सभ्य व्यवहार का आदर्श बनाए रखें। 


5. आम जनता को शीघ्र एवं विनम्र सेवा प्रदान करें।


6. दोपहर के भोजन अवकाश के दौरान, यथोचित शिष्टाचार बनाए रखें। 


7. किसी आपराधिक न्यायालय में अपनी गिरफ्तारी या दोष-सिद्धि तथा उससे संबंधित परिस्थितियों के विषय में यथाशीघ्र अपने उच्चतर अधिकारियों को सूचित करें।


8. सरकारी कार्यालयों के आसपास / सन्निकट राजनीतिक पार्टियों द्वारा आयोजित किए जाने वाले प्रदर्शनों से दूर रहें।


9. राजनैतिक निष्पक्षता बनाए रखें। 


10. निजी मामलों को इस प्रकार करें कि आदतन ऋणग्रस्तता अथवा दिवालियापन न हो।


11. यदि आपके द्वारा देय किसी ऋण की वसूली अथवा आपको दिवालिया निर्णित किया गया हो तो ऐसी कार्यवाही के पूरे तथ्यों की सूचना सक्षम प्राधिकारी को दें।


12. सरकारी नीतियों के अनुसार कार्य करें। 


13. संसद सदस्य तथा राज्य विधान मंडलों के सदस्यों के प्रति शिष्टाचार और सम्मान प्रदर्शित करें । 


14. सदाशय से कर्तव्यों का निष्पादन करते हुए, 'सूचना का अधिकार अधिनियम 2005' (2005 का 22) तथा उसके अधीन बनाए गए नियमों के अनुसार, किसी व्यक्ति को जानकारी दें।


15. संविधान और प्रजातांत्रिक मूल्यों की सर्वोच्चता के प्रति स्वयं को प्रतिबद्ध करें और उन्हें बनाए रखें।


16. भारत की संप्रभुता एवं अखंडता, राज्य की सुरक्षा, लोक व्यवस्था, शिष्टता और नैतिकता की रक्षा करें और उन्हें बनाए रखें।


17. उच्च नैतिकता और ईमानदारी बनाए रखें।


18. कर्तव्यपालन में श्रेष्ठता, न्यायसंगतता और निष्पक्षता के सिद्धांतों को बढ़ावा दें। 


19. उत्तरदायित्व तथा पारदर्शिता बनाए रखें।


20. आम जनता, विशेष रूप से कमजोर वर्गों, के प्रति जवाबदेही बनाए रखें। 

21. आम जनता के प्रति शिष्ट और सद्यवहार बनाए रखें।


22. पूर्णतया लोक हित में ही निर्णय लें तथा सार्वजनिक संसाधनों का प्रयोग या प्रयोग करने का कारण दक्षता पूर्वक, प्रभावपूर्ण से तथा किफायती तरीके से करें।


23. अपने लोक कर्तव्यों से संबंधित व्यक्तिगत हितों को घोषित करें तथा  किसी समस्या के निवारण में इस तरह कार्रवाई करें जिससे लोक हित की रक्षा की जा सके।


24. केवल योग्यता के आधार पर ही विकल्प दें, निर्णय लें और सिफारिश करें।


25. किसी के प्रति भेदभाव न करें और विशेषतः, समाज के गरीब तथा साधनहीन वर्गों के साथ न्यायसंगत और निष्पक्षता से कार्य करें।


26. किसी भी ऐसे कार्य को करने से बचें जो किसी कानून, नियम, विनियमों और स्थापित प्रथाओं के अनुसार न हो या उनके विपरीत हो। 


27. अपने कर्तव्य के पालन के दौरान अनुशासन बनाए रखें और आपको सूचित किए गए कानूनी आदेशों को कार्यान्वित करने के लिए प्रतिबद्ध रहे।


28. उस समय पर लागू किसी भी कानून द्वारा आवश्यक, विशेषकर सूचना के विषय में, अपने कार्यालयी कर्तव्यों के निष्पादन में गोपनीयता बनाए रखें जिसके प्रकटीकरण से भारत की संप्रभुता और अखंडता, देश की सुरक्षा, देश के रणनीतिक, वैज्ञानिक अथवा आर्थिक हितों, विदेशों के साथ मित्रतापूर्ण संबंधों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है अथवा किसी व्यक्ति को अपराधिक उत्साह या गैर-कानूनी या अवैध लाभ हो सकते हैं। 

29. अपने कर्तव्यों का पालन तथा निर्वहन व्यावसायिकता के उच्चतम मान के अनुसार तथा अपनी उत्कृष्ट क्षमताओं के अनुसार पूर्ण रूप से समर्पित होते हुए करें।

-Rule 3

क्या न करें-


1. समान हित के मामलों में संयुक्त अभ्यावेदन न दें। 


2. ऐसा कोई कार्य न करें जो सरकारी कर्मचारी के लिए अशोभनीय है।


3. अशिष्ट, बेईमान तथा पक्षपातपूर्ण व्यवहार न करें।


4. आम जनता से व्यवहार करते समय विलंबकारी युक्तियों को न अपनाएँ। 


5. अपने अधीनस्थों को मौखिक निदेश न दें। (यदि अपरिहार्य परिस्थितियों में ऐसा करना पड़े, तो इसकी लिखित रूप में यथाशीघ्र पुष्टि करें।) 


6. अस्पृश्यता न बरते।


7. किसी प्रतिबंधित संगठन से न जुड़ें। 


8. ऐसे किसी संघ अथवा प्रदर्शन में शामिल न हों, जिसका उद्देश्य और क्रियाकलाप, भारत की संप्रभुता और अखंडता, लोक हित और नैतिकता के प्रतिकूल हों।


9. विदेश यात्रा के दौरान, भारतीय या विदेशी मामलों पर अपना दृष्टिकोण व्यक्त न करें।


10. ऐसे किसी भी कार्यालयी दस्तावेज़ या उसके किसी भाग या वर्गीकृत दस्तावेज़ों की सूचना ऐसे किसी सरकारी कर्मचारी या अन्य किसी व्यक्ति को न दें, जिस दस्तावेज या वर्गीकृत सूचना को संप्रेषित करने के लिए आप प्राधिकृत नहीं है।


11. किसी भी गैर-कानूनी हड़ताल में न तो शामिल हो न ही उसका समर्थन करें। 


12. विदेशी राजदूतावासों या मिशन / उच्च आयोग के साथ निजी स्तर पर पत्राचार न करें। 


13. आप से कार्यालयीन समव्यवहार करने वाले किसी भी व्यक्ति, औद्योगिक अथवा वाणिज्यिक कंपनियों आदि से अधिक कीमती अथवा बार-बार सत्कार स्वीकार न करें।


14. विदेश यात्रा के लिए यात्रा टिकट अथवा वहां निशुल्क आवास तथा भोजन आदि की लागत के रूप में सत्कार के प्रस्ताव को स्वीकार न करें, यदि ऐसा प्रस्ताव सरकार के साथ संविदाकारी संबंध रखने वाली किसी विदेशी कंपनी से प्राप्त होता है।


15. एयर इंडिया, इंडियन एअरलाइंस कार्पोरेशन अथवा विदेशी एअर लाइनों के निशुल्क उद्घाटन उड़ानों के प्रस्तावों को न तो स्वयं न ही अपने परिवार के सदस्यों के लिए स्वीकार करें।


16. न दहेज लें और दहेज़ न दें तथा न किसी दुल्हन या दूल्हे के माता-पिता या संरक्षकों से प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप में दहेज़ लेने या देहज़ की मांग न करें। 


17. किसी भी विदेशी कंपनी, जिसके साथ कार्यालयीन संबंध है, से कोई भी उपहार स्वीकार न करें।


18. अपने परिवार के सदस्यों के स्वामित्व की जीवन बीमा की एजेन्सी, कमीशन एजेन्सी या विज्ञापन एजेन्सी के व्यापार के प्रचार के कार्य में स्वयं को न लगाएं।


19. किसी व्यक्ति, फर्म अथवा निजी कंपनी, जिनके साथ आपके कार्यालयीन संबंध होने की संभावना हो, के सदस्य या अभिकर्ता के रूप में, न तो ऋण दे और न ऋण लें या न ही उनके पास पैसे जमा करें। ऐसे किसी व्यक्ति, फर्म अथवा निजी कंपनी के साथ किसी अन्य रूप में आर्थिक दायित्व में स्वयं को संलिप्त न करें।


20. निजी स्रोतों से स्वयं अपने रिश्तेदारों/मित्रों द्वारा लिए गए ऋण के लिए अपने अधीनस्थों से जमानत देने के लिए न कहें।


21. निजी परामर्श देने का कार्य न करें। 


22. किसी भी स्टॉक, शेयर अथवा अन्य निवेशों में सट्टा न लगाएँ।


23. कंपनियों के निदेशकों के मित्रों तथा सहभागियों के लिए आरक्षित कोटे से शेयरों की खरीद न करें।


24. आपके ही अधिकारियों द्वारा आयोजित किसी भी संपत्ति की नीलामी के लिए बोली न लगाएं।


25. भारत में विदेशी राजनयिकों अथवा विदेशी व्यक्तियों के अतिथि के रूप में न ठहरें। 


26. किसी भी विदेशी राजनयिक को भारत में आपके साथ अतिथि के रूप में ठहरने के लिए आमंत्रित न करें।


27. विदेशी मिशन / सरकार अथवा संगठन से यात्रा के लिए धन अथवा विमान यात्रा स्वयं स्वीकार न करें या अपनी पत्नी अथवा अपने आश्रितों को इसे स्वीकार करने की अनुमति न दें।


28. अपनी सेवा से संबंधित मामलों में राजनीतिक दबाव न लाएं। 


29. ड्यूटी के समय मादक पेय अथवा नशीले पदार्थों का सेवन न करें। 


30. नशे की हालत में सार्वजनिक स्थान में न जाएं।


31. किसी भी महिला के कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न के किसी भी कृत्य में संलिप्त न हों।


32. 14 वर्ष से कम आयु के बच्चों को कार्य पर न लगाएं। 


33. निजी न्यासों / प्रतिष्ठानों आदि द्वारा स्थापित किए गए वित्तीय लाभों वाले पुरस्कार स्वीकार न करें।


34. एक ही विषय के समाधान हेतु उच्च प्राधिकारी से तब तक समयपूर्ण संपर्क न करें, जब तक यह स्थापित नहीं हो जाता है कि मामले में पहले प्रस्तुत किए गए सभी मुद्दों अथवा निवेदनों पर आसन उच्चाधिकारी अथवा कार्यालयाध्यक्ष अथवा सबसे निचले स्तर के किसी अन्य प्राधिकारी, जो ऐसे मामलों पर विचार करने हेतु सक्षम हैं, द्वारा पूर्णतया विचार नहीं किया गया हो।


35. अपने परिवार के किसी भी सदस्य के लिए किसी भी कंपनी या फर्म में रोजगार प्राप्त करने हेतु प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से अपने कार्यालयीन पद अथवा प्रभाव का प्रयोग न करें।


36. किसी भी व्यक्ति अथवा संगठन के साथ स्वयं को किसी भी प्रकार के आर्थिक या अन्य वाध्यकारिता में न डाले, जो आपके कार्यालयीन कार्यों के निष्पादन में आपको प्रभावित कर सकता है।


37. सिविल सेवक के रूप में अपने पद का दुरुपयोग न करें और न ही ऐसे निर्णय लें जिससे कि आपको, अपने परिवार के सदस्यों को या अपने मित्रों को वित्तीय या महत्वपूर्ण लाभ होता हो। 

-GIDs below Rules 3-A  to 3C.

ये अंतिम मिलन है हमारा तुम्हारा.....


ये अंतिम मिलन है हमारा तुम्हारा, 

विधाता का शायद यही है इशारा.. 

मेरे भाग्य में है नहीं तुझको पाना, 

जुदा होकर जीने से बेहतर मर जाना।


वो सुन के मेरी बात रोने लगी थी, 

कमल से कपोल भिगोने लगी थी।  

यही तक था अपना साथ मेरे यारा, 

ये अंतिम मिलन है हमारा तुम्हारा....


देखकर उसे गुमशुम हो गया मैं, 

उन झील सी आंखों में फिर खो गया मैं। 

जब अंतिम मिलन में उसने मुझको छुआ था, 

लगा झटका न जाने क्या हुआ था। 


नहीं कोई दुनिया में और तुम सा प्यारा, 

ये अंतिम मिलन है हमारा तुम्हारा....


जब धीरे से उसने मेरा हाथ पकड़ा, 

न छोड़ेगी फिर यूँ हथेलियों में जकड़ा। 

ये किस्मत को शायद नहीं था गवारा, 

वो भी थी बेचारी और मैं था बेचारा। 


जो चाहो सजा दो हूँ मुजरिम तुम्हारा, 

ये अंतिम मिलन है हमारा तू .. तुम्हारा...


साभार :- सोशल मीडिया

मेरी ग़ज़लों में तुम्हारी ही गुफ़्तगू आएँ....


मेरी ग़ज़लों में तुम्हारी ही गुफ़्तगू आए ।

सैकड़ों मील से मुझको तेरी खुश्बू आए ।।


कितने रंगीन थे साए वो तेरी जुल्फों के। 

सोचता हूं मैं जब तो आंख से लहू आए ।।


तुमने ही मुझे पे किया है कोई काला जादू। 

हर घड़ी चेहरा तेरा मेरे रूबरू आए ।।


इतनी आवारागर्दी है कि हम अब क्या ही कहें।

मेरी नजरों को इक तेरी ही जुस्तजू आए ।।


कितने उक्ताए हैं हम जिंदगी से मत पूछो।

दिल जो थम जाए तो साक़ी हमें सुकूँ आए । ।


दिल की मैं बेकली कहूँ या आखरी ख्वाहिश ।

काश मैय्यत पे मेरी सज सँवर के तू आए।।


इस कदर भर गया बुराइयों से मैं अब तो ।

अपने किरदार से 'रघुवंशी' मुझे बू आए।।


साभार :- सोशल मीडिया

Famous Dialogue of movies In English

  Famous dialogue of movies In English



🔹एक चुट्की सिंदुर कि किमत तुम क्या जानो राजेश बाबू ?

➺What a pinch of vermilion costs you know Rajesh Babu?


🔹तेरी आंखें निकाल कर गोटियां खेलूगी

➺I will play pieces by taking out your eyes.


🔹मैं जहां खड़ा होता हूं, लाइन वहां से शुरू हो जाती।

➺The line starts where I stand


🔹रिश्ते में तो हम तुम्हारे बाप लगते हैं और नाम है सहनसा

➺In a relationship, I look like your father and my name is Sahansa.


🔹जब लोग तुम्हारे खिलाफ बोलने लगे तो समझ जाना तरक्की कर रहे हो

➺When people start speaking against you, then understand that you are progressing.


🔹दिन रात लोगों के होते होंगे शेरों का तो जमाना होता है।

➺Day and night would have belonged to people, there is a time of lions.


🔹मेरी डिक्शनरी में इंपॉसिबल नाम का कोई शब्द नहीं।

➺There is no word named Impossible in my dictionary.


🔹कहां से खरीदी इतनी बकवास डिक्शनरी?

➺Where did you buy such a rubbish dictionary?


🔹डॉन को पकड़ना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन

➺It is not only hard but impossible to catch Don.



🔹पिक्चर अभी बाकी है मेरे दोस्त!

➺My Friend The Film Is not Over Yet!

Cooking Related Words.



Cooking Related Words


1.Bake (सेकना)- लौ के सीधे संपर्क के बिना खाना पकाना आमतौर पर एक ओवन में या सोलर हीट से जिससे नमी उड़ जाये और स्वाद बढ़ जाये। 

Cooking, without direct exposure to flame, typically in an Oven or under Solar heat, causing the natural moisture to evaporate slowly and concentrating the flavor.


2.Basting -  मीट या किसी और पर गाढ़ा रसा या चटनी लगाना (चाहे ब्रश से या चम्मच से या हाथ से) । यह चटनी या रस से स्वाद बढ़ता है और इसको सूखने से बचाता है। 

To brush or spoon liquid fat or juices over meat during roasting. Adds flavor and will prevent it from drying out.


3.Batter (गाढ़ा घोल) - आटा, चिकनाई ( घी, मक्खन, अंडा ) और लिक्विड का पतला मिश्रण जिसे रखने के लिये बर्तन की जरूरत पड़े। यह केक, बिस्कुट इत्यादि बनाने में काम आता है । यह गुंदे हुए आटे से भिन्‍न है। 

A mixture of flour, fat, and liquid that is thin enough in consistency requires a pan to encase it. Used in such preparations as cakes and some cookies. A batter is different from a dough. 


4.Beat (फैटना) - किसी मिश्रण को एक जैसा बनाने के लिये किसी चीज (चम्मच, कांटा, फैटनी, हाथ, मिक्सी) से तेजी से फैटना या हिलाना। 

To smooth a mixture by briskly whipping or stirring it up with a spoon, fork, wire whisk, rotary beater or electric mixer.


5.Bind (गाढ़ा करना) - किसी चटनी या लिक्विड को गाढ़ा करने के लिये उसमे आटा, अंडा, घी, क्रीम इत्यादी डाल कर हिलाना। 

To thicken a sauce or hot liquid by stirring in ingredients such as eggs, flour, butter or cream.


6.Blackened - खाना पकाने का वह तरीका जिसमें खाने की वस्तु को तेज आग पर पकाना जिससे उसकी बाहरी स्तह एक तरह से जल कर काली हो जाये। 

A popular Cajun-style cooking method in which seasoned foods are cooked over high heat in a super-heated heavy skillet until charred on the outside.


7.Blanch (हल्का उबालना) - बहुत थोड़े समय के लिये फ्रूट या सब्जी को उबालना जिससे उसका छिलका मुलायम हो जाये। उबले पानी में 30 सेकेंड के बाद फल या सब्जी को ठंडे पानी में डालना जिससे पकने की क्रिया बंद हो और मोटा छिलका आसानी से छिल जाये। 

To boil briefly to loosen the skin of a fruit or a vegetable. After 30 seconds in boiling water, the fruit or vegetable should be plunged into ice water to stop the cooking action and then the skin easily slices or peels off.


8.Blend - दो या दो से अधिक घटको (खाना पकाने की अलग-अलग सामग्री) को अच्छी तरह से मिक्स करना । To mix or fold two or more ingredients together, to obtain equal distribution throughout the mixture.


9.Boil - उबलते हुए पानी में उबालना। 

To cook food in heated water or other liquid that is bubbling vigorously.


10.Braise - बंद बर्तन में तेल/घी/मक्खन में धीरे धीरे कुछ समय पकाना। मीट या किसी और चीज को तेल, घी या मक्खन में दम दे कर पकाना जिससे वह ब्राउन/क्रिस्प हो जाये और उसके बाद धीरे धीरे लिक्विड में पकाना। 

A cooking technique requires browning meat in oil or other fat and then cooking slowly in liquid. The effect of braising is to tenderize the meat.


11.Broil - सीधे गरम आग पर सेंकना। 

To cook food directly under the heat source.


12.Broth or Stock (शोरबा) - मीट, सीफूड़, सब्जी, (या उनके छिलके, हड़्ड़ियाँ) आदि को मिला कर स्वादिष्ट सूप तरह का गाढ़ा पीने का पेय बनाना। 

A flavorful liquid made by gently cooking meat, seafood or vegetables (and/or their by-products, such as bones and trimming) often with herbs, in liquid (usually water).


13.Brown - खाने की वस्तु को हल्का सा तलना या भुनना जिससे स्वाद बढ़े या देखने में अच्छा लगे। 

A quick saute, pan/oven broiling, or grilling method, done either at the beginning or end of meal preparation, often to enhance flavor, texture or eye appeal.


14.Brush - मीट, ब्रेड़ या किसी खाने की वस्तु पर मक्खन या चटनी आदि की हल्की परत चढ़ाना। 

Using a pastry brush to coat a food such as meat or bread with melted butter, glaze or other liquid.


15.Butterfly - किसी खाने की वस्तु को बीच में से काट कर चारो तरफ फैलाना / शेप देना। 

Cut open food such as pork chops down the center without cutting all the way through and then spread it apart.