गुरुवार, 26 जनवरी 2023

नयी चाल में ढलती हिंदी ।


 

समृद्धि की सूचक हिंदी 

चेतना की बोधक हिंदी 

प्रेरणा की उत्प्रेरक हिंदी 

संस्कृतियों की संयोजक हिंदी 

नयी चाल में ढलती हिंदी।


सहिष्णुता की जननी हिंदी 

तारत्यता की संर्वाधक हिंदी 

परिवर्तन को प्रोत्साहित करती 

दुःखों को हर दम हस्ती हिंदी 

नयी चाल में ढलती हिंदी ।


सबको संग ले चलने वाली 

जीवन को ढंग देने वाली 

हृदय को बल देने वाली 

विविध विचारों की प्रांगण हिंदी 

नयी चाल में ढलती हिंदी ।


विभिन्नताओं में एकता हिंदी 

भाषाओं को एक डोर में बांधती 

दुलारती सबको, पुचकारती हिंदी 

इतराती हिंदी, इठलाती हिंदी 

नयी चाल में ढलती हिंदी


परंपराओं की वाहक, संवेदनाओ को संभालती 

नये दौर में, नये वक्त में, 

जीवन को दिशा देती हिंदी 

तमाम विडंबनाओं के मध्य, 

अग्रगामी हिंदी, अग्रसर हिंदी 

नयी चाल में ढलती हिंदी


संभावनाओं को गढ़ने वाली 

आशाओं को पनपाती 

हताशाओं को मारने वाली 

नयी चुनौतियों को स्वीकारती 

सवल हिंदी, प्रबल हिंदी, सक्षम हिंदी, समर्थ हिंदी 

नयी चाल में ढलती हिंदी।


चमत्कारी हिंदी, मनोहारी हिंदी 

दुलारी हिंदी, फुलवारी हिंदी 

जीवन-रस से परिपूर्ण 

भाषा और साहित्य संपूर्ण 

वैश्विकता का पाठ पढ़ाती 

नयी चाल में ढलती हिंदी।


तु भी हिंदी, मैं भी हिंदी, हम हैं हिंदी, सब है हिंदी 

क्योंकि हिंदी है करुणा की बिंदी 

सहमति हिंदी, स्वरूप भी हिंदी 

कामना भी हिंदी, शुभकामना भी हिंदी 

जमाना भी हिंदी, तराना भी हिंदी 

नये चाल में ढलती हिंदी ।


कभी-कभी है कुपित हिंदी, कहीं-कहीं है व्यथित हिंदी 

नियतों के मकड़जाल से, कभी-कभी है दुषित हिंदी 

फिर भी रखती है संयम, क्योंकि बड़ी है त्वरित हिंदी 

तुम्हारी आकांक्षाओं से आगे, सदैव है शीर्षस्थ हिंदी 

नये चाल में ढलती हिंदी ।


सभी भाषाओं को जोडने वाली 

वैश्विक पहुँच बनाने वाली 

सबकी स्वीकारोक्ति प्राप्त करती 

सभी संदेहों को समाप्त करती 

सर्वत्र है व्याप्त हिंदी 

नयी चाल में ढलती हिंदी।


द्वेष को मिटाने वाली, राग को फैलानी वाली 

विश्व बंधुत्व बढ़ाने वाली, समता को लाने वाली 

प्रगाढ़ हिंदी, अपरंपार हिंदी 

बदलते परिवेश में, सकारात्मक व्यापार हिंदी 

नची चाल में ढलती हिंदी।


सदानंद कुमार चौधरी

१०-०१-२०२३.


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