(1)
नए मिज़ाज के शहरों में,
अब मेरा मन नहीं लगता।
जीं चाहता हैं पुराने वक़्तों का,
फिर से मैं सीवान हो जाऊँ।
(2)
यदि आप तहज़ीब और नज़ाकत से,
इत्तेफ़ाक़ रखते हैं।
तो बेशक मुस्कुराइए😊,
क्योंकि आप सीवान में हैं।
(3)
बड़े ही तहजीब से उसने,
मेरा दिल💔 तोड़ा था।
हम भी सीवान के थे।
उसे यकीन भी नहीं हुआ,
जब मैंने उसे छोड़ा था।
(4)
सीवान छुटा तो पटना मिला,
पटना से विछुड़े तो बनारस।
इसके बाद का ठिकाना तो अब तुम ही बताओ
क्योंकि स्वयं को तुम पर ही कर दिए हैं न्योछावर।
(5)
अरे मियां!!! होगी दिल्ली,
दिल🥰 वालों की।
हमारे 'सीवान' के Sure-Suceess में,
इश्क़😍 की तालीम दी जाती है।
(6)
अधूरा किस्सा लिख कर,
पन्ने मोड़ आया हूँ।
खुद का एक टुकड़ा,
सीवान में ही छोड़ आया हूँ।
(7)
धीरे-धीरे ही सही,
हम अपने किस्से सुनायेंगे।
मिलना कभी हमसे,
तुम्हे पूरा सीवान घुमाएंगे।
(8)
कहाँ-कहाँ ढूंढेंगे मेरे दिल के कातिल को,
इस सीवान में।
एक काम कीजिए,
ये इल्जाम भी मेरे ही सर डाल दीजिए।
(9)
कहानी तो छोटे लोगों की,
लिखी✍️ जाती हैं।
हम तो सीवान वालों हैं,
हमारा तो इतिहास लिखा जाता हैं। इतिहास!!!
(10)
और अंत में मैं तुमसे कहना चाहता हूं.....
मैं अपनी जिंदगी में तुमसे,
बस इतना चाहता हूँ।
तुम्हारी साड़ी में अपना गमछा बाँध के,
सत्य-नारायण की कथा सुनना चाहता हूँ।
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