पुनर्जागरण कला का शिखर काल (1500-1527)
उच्चपुनर्जागरण कला (16वीं शदी) (1500-1520)
(1) लियोनार्दो डा विंची (The Wonder of Age) युग का आश्चर्य
लियोनार्दो डा विंची का जन्म 1452 ई० में इटली के फ्लोरेस नगर में हुआ था। इनके गुरु वैरिचियो थे। यह चित्रकार, मूर्तिकार, स्थापत्यकार, इंजीनियर, वैज्ञानिक, संगीतकार इत्यादि थे।
Note :- चित्रकार के रूप में इन्हें अधिक प्रसिद्ध मिली।
इसने शरीर के रक्त परिभ्रमण, युद्ध में काम आने वाले सशस्त्र गाड़ी, अनेक प्रकार के वायुयानो, हेलीकॉप्टर एवं पनडुब्बी की कल्पना कर हजारों रेखा-चित्र बनाएं। सैनिक एवं इंजीनियर के रूप में फ्लोरेंस में कार्यरत रहे। इसमें शवगृहो में जाकर अनेको शवों का अध्ययन किया।
इनके कार्य करने की प्रकृति बहुत ही धीमी थी जिस वजह से इसमें अधिकांश चित्रो को अधूरा छोड़ दिया उसमें रंग नहीं भर पाये।
इनके द्वारा निर्मित कुछ कलाकृतियां निम्न हैं -
- ईशा की वंदना
- Virgin of Rock's (शैल खंडों की राजकुमारी)
- श्वेत रोमयुक्त कोट वाली महिला
- द लास्ट सपर (अंतिम भोजन) भित्ती चित्र संत मारिया उपासना गृह मिलान में
पैरेगन ग्रंथ विंची द्वारा रचित है।
Note :- इनके द्वारा (1500 - 1504) ईसवी के बीच एक सैनिक अधिकारी की पत्नी "लीजा" को मॉडल बनाकर बनाया गया व्यक्तिचित्र सर्वाधिक प्रसिद्ध है। जिसे हम "मोनालिसा" के नाम से जानते हैं। वर्तमान में यह पेरिस के लुब्र संग्रहालय में सुरक्षित है। यह चित्र लाल रंग की टोन में बनाया गया है। पृष्ठभूमि में आयरिश एवं कुमुदिनी के फूल तथा संध्या का समय और क्रियाशील फ़व्वारे दर्शाये गए हैं।
इनके द्वारा निर्मित अन्य चित्र हैं -
बैटल ऑफ़ अधिकारी
संत एन के साथ मरियम शिशु एवं ईशा।
माइकल एंजेलो (1475 - 1564)
(मूर्तिकार के रूप में प्रसिद्ध)
इनका जन्म 1475 ई० में फ्लोरेंस इटली के कैस्टल कैंब्रिज नगर में हुआ था। इनकी शिक्षा दोमनिकों घिरलैंडियो के चित्रशाला में संपन्न हुई थी। संत पीटर गिरजाघर के लिए उन्होंने अपनी प्रथम कलाकृति पीयेता (1498-99) जिसे शोकमग्न मेरी की मूर्ति भी कहा जाता है का निर्माण करारा मार्बल (संगमरमर) से हुआ है।
जुलियाना मकबरा माइकल एंजेलो की एक अन्य कृति है कुछ अन्य मूर्तिशिल्प जो इन्होंने फ्लोरेंस में तैयार की
डेविड की मूर्ति (1504 ई०) इसकी ऊंचाई 15 फुट हैं। वर्तमान में अकादमी ऑफ फाइन आर्ट फ्लोरेंस में स्थित है। इस कलाकृति का निर्माण श्वेत पाषाण (करारा मार्बल) से हुआ है।
मरते हुए दास की मूर्ति (Dying Slave)
इनके द्वारा निर्मित प्रमुख भित्ति चित्र
1508-1512 ई० के बीच इन्होंने 343 चित्र बनाए जिनमें से कुछ निम्न हैं -
Creation of the World (दुनिया का निर्माण/ सृष्टि का सृजन), आदम की उत्पत्ति। इस चित्र का निर्माण वेटिकन के सिस्टाइन चैपल गिरजाघर की छत पर इन्होंने किया।
1534 ई० में इन्होंने The Last Judgement (अंतिम निर्णय/न्याय) वेटिकन के सिस्टाइन चैपल की वेदी के पीछे भित्ती चित्र का निर्माण किया।
कामुकता पर आधारित इनकी कुछ रचनाएं -
लोडा एवं हंस
The Conversion of Saul द कन्वर्सेशन ऑफ सोल बारोक कला की घोषणा करता हुआ प्रतीत होता है।
- सिस्टाइन मैडोना (वेदी चित्र) है।
- सीपीओ का स्वप्न (सैनिक का स्वप्न)
- स्कूल आफ एथेंस वेटिकन पुस्तकालय में चित्रित भित्ति चित्र
- हेलियोडोरस का निष्कासन
- मैडोना एवं शिशु
- घुघट वाली महिला
- सेंट पीटर का उद्धार
- मैरिज ऑफ वर्जिन
- मैंडोलीना एवं डोनी
- सायको की पुराण कथा
- मैडोना
- ईशा का दिव्य शरीर धारण करना
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें