पुनर्जागरण युगिन कला (इटली)
(Renaissance Period Art)
यूरोप की प्रारंभिक पुनर्जागरण युग की कला का समय 1350 - 1500 ई० तक था।
Note:- 1453 ई० में तुर्कों के कुस्तुनतुनिया पर अधिकार कर लिए जाने के पश्चात वहां के चित्रकार इटली पहुंच गए तथा यहीं से पुनर्जागरण काल का वास्तविक प्रारंभ माना जाता है।
Imp.- पुनर्जागरण का प्रारंभ इटली के फ्लोरेंस नगर में हुआ था।
प्रारंभिक पुनर्जागरण युगीन कलाकार
(1414 - 1480 ईस्वी)
(1). ब्रूनेलेसी :- यह फ्लोरेंस का प्रसिद्ध वास्तुकार था। फ्लोरेंस के गिरजाघर के गुंबद के निर्माण में गणितीय या ज्यामितीय नियमों को स्थापित उनके द्वारा किया गया।
(2). मसाच्चियो :- यह फ्लोरेंस के प्रसिद्ध चित्रकार थे। इनके द्वारा निर्मित प्रमुख चित्र है -
- द ट्रिनिटी - भित्ति चित्र (त्रित्व ईसाई धर्म का केंद्रीय तथा गूढ़तम धर्म सिद्धांत ईश्वर के आभ्यंतर स्वरूप से संबंधित है जिसे ट्रिनिटी अर्थात् त्रित्व कहते हैं। त्रित्व का अर्थ है कि एक ही ईश्वर में तीन व्यक्ति हैं, पिता, पुत्र तथा पवित्र आत्मा ।
- स्वर्ग से निष्कासन
- उपहार धन
Note:- 28 वर्ष की अल्पायु में ही यह प्रसिद्धि को प्राप्त कर लिए थे।
(3). दोनातेल्लो :- यह एक प्रसिद्ध मूर्तिकार थे इनके द्वारा निर्मित श्रेष्ठ कलाकृति है -
- संगमरमर की संत जान की प्रतिमा (St. John the Evangelist)
- डेविड की मूर्ति।
Note:- डेविड (Devid) की मूर्ति को माइकल एंजेलो के द्वारा भी बनाया गया हैं।
(4). फ्रांएन्जिलिको :- ये एक संत कलाकार थे। इन्हें धर्म प्रचारक भी कहा जाता है। इनके द्वारा निर्मित प्रसिद्ध चित्र हैं
- दूत संदेश
- मिश्र से पलायन
- भविष्यवाणी
- वर्जिन मैरी का अभिषेक
- अंतिम न्याय
- अतिवृष्टि प्रलय या बाढ़, Flood
- चार धर्म दूत
- सेन रोमानो मार्ग पर
(5). एंड्रिया मंटेगना :- इन के कुछ प्रमुख चित्र हैं
- सीजर की विजय
- संत जेम्स के जीवन वृत्त की श्रृंखला इन्होंने चित्रित कि हैं।
(6). फ्रा फिलिप्पो लिप्पी :- यह मानवतावादी दृष्टिकोण से परिपूर्ण थे। इनके द्वारा निर्मित चित्र हैं - हेरोद की दावत।
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