गुरुवार, 15 अक्तूबर 2020

मेरी रचना, मुक्तक✍🏻

अच्छे कार्यों के दुश्मन अनेक होते हैं, 
मेरी खुशियों में हर पल वो शूल बोते हैं।
भ्रामक खबरों से नींदे उड़ा परिवार की 
वो, 
रात दिन चैन से खूब सोते हैं।
मेरी रचना, मुक्तक✍🏻



 

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