सभ्यता द्वार, पटना बिहार VLog. Video Link:- CLICK HERE
#सभ्यता #द्वार गंगा के किनारे निर्मित सभ्यता द्वार पाटलिपुत्र के गौरवशाली दौर में ले जाने में सक्षम होता है जब पाटलिपुत्र अंतर्राष्ट्रीय व्यापार का केंद्र था। पाटलिपुत्र की संस्कृति और सभ्यता से वशीभूत दुनिया के कोने-कोने से यात्री, विद्वान, और छात्र यहां आते थे। गेटवे ऑफ इंडिया और इंडिया गेट की श्रृंखला में सभ्यता द्वार देश का एक महत्वपूर्ण द्वार है, जो भारत में नई सभ्यता के उद्भव के केंद्र की स्मृति में ले जाता है। कंक्रीट (आर०सी०सी०) एवं सैंड स्टोन से निर्मित 34 मीटर ऊंचे सभ्यता द्वार की दीवारों पर चक्रवर्ती सम्राट अशोक, महात्मा बुद्ध, भगवान महावीर, मेगास्थनीज की पाटलिपुत्र के महत्व और उसकी ऐतिहासिकता को शब्द देती वाणी प्रदर्शित है। सभ्यता द्वार के ऊपर राष्ट्रीय प्रतीक चिन्ह अशोक स्तंभ के चार सिंह तत्कालीन मगध और आधुनिक राष्ट्र के बीच सेतु का प्रतीक है। सभ्यता द्वार के सामने स्थापित संम्राट अशोक की प्रतिमा हमें सदा जीवन में त्याग और ज्ञान के महत्व के प्रति उत्प्रेरित करती रहेगी। वैशाली का अशोक स्तंभ देश की राष्ट्रीय पहचान हैं यहां स्थापित इसकी अनुकृति स्मरण दिलाती है कि सदियों तक बिहार का इतिहास ही भारत का इतिहास रहा है।
🎇भवन निर्माण विभाग🎇
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