मैं फटा पुराना चिथड़ा हूँ।
तुम उसकी तुरपाई प्रिय ।।
मैं सुग्रीव सा मित्र तेरा।
तुम मेरे रघुराई प्रिय ।।
तुम सागर जैसे हो विशाल।
मैं पानी का एक बुंद प्रिय ।।
मैं चावल वाला हूँ सुदामा।
तुम मेरे कन्हाई प्रिय ।।
मैं फटा पुराना चिथड़ा हूँ।
तुम उसकी तुरपाई प्रिय ।।
- विश्वजीत कुमार ✍🏻
Happy friendship day
जवाब देंहटाएंतुम सागर जैसे हो विशाल।
जवाब देंहटाएंमैं पानी का एक बुंद प्रिय ।।
मैं चावल वाला हूँ सुदामा।
तुम मेरे कन्हाई प्रिय ।।
Very nice bhaiya
Bahut khub dost
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