केकरा के नीमन कहीं केकरा के बाउर -2
खेसारी ले सस्ता बिकात बाटे चाउर।
टीबी के फैसन में बीबीये ले धन बा,
चढ़े लें बुलेट पर आकाशे में मन बा।
शादी बियाह में बुलेट लियाता,
देह पर के कर्जा कई साल मे भराता।
चुनाव में नेतन के साथे-साथे घुमाई,
बदले मे मिली जवन चाट-चाट खाई।
बाप के दवाई के पईसा पड़ोसी से लियाता,
कुरता पजामा पहिर के बड़का नेता कहाईल जाता।
एमे के डिग्री पर फिरल बा पानी,
लक जेकर लाग गईल काटत बा चानी।
जन्मे के बिगड़ल बनावे समाज के,
केतना ले गिनाई आजू के की काल के।
केतना बात बताई बात बा आउर,
खेसारी ले सस्ता बिकात बाटे चाउर।
आलोक सिंह भारद्वाज✍️
रघुनाथपुर, सिवान
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