रविवार, 26 मई 2024

जूता और मोजा



एक दिन जूता और मोजा में भइलs भयंकर झगड़ा,

हम बइठ के सुने लगनी ऊ दुनो के पचरा।


जूता कहलस मोजा से हमरे बल पर कूदेलs

ऐ अज्ञानी हम का हऊ तू हमरे के ना बुझेलs

मोजा कहलस ऐ जूता तू मत करs अभिमान,

अइठल छोड़अs हमरा ऊपर तू नईखs कईले कवनो एहसान।


मोजा के ई बात सुन के जूता कहलस डांट के,

एक दिन जे हट जाई त जियान हो जइबs फाँट के।

 मोजा कहलस - सुनs ये जूता बात के भईल बा गुमान तोहरा,

 इतने कारण रहेलs हमेशा दरवाजा के बहरा।


 जूता कहलस - तहरा अभीयो मालूम नईखे होला हमरो मालिश,

 हफ्ता में दूसरा, तीसरे दिन होत रहीले पॉलिश।

मोजा कहलस - सांच बात पर आंच लागेला कहलो पर खिसियालs,

जन्मे के तू फुहर हऊअs कहियो नाही नाहालs


जूता कहलस - आन शान के बात में पहिले हमरा नउवां आवेला,

 तोहरा के केहू ना पूछे हमरे के देखावेला। 

मोजा कहलस - सुनs ए जूता अभी तहरा धइले बा भूलवनाs,

 छठीअवरा मे तहरा पड़ल ना कहियो बिछवना।


जूता कहलस - आग भउर में हम घुसेली तू घुसबs त जड़ जईबs,

 हमरा निहन खट देबs ना, तs दांत चिआर के मर जईबs।

मोजा कहलस - ओही जोगे तू बड़ले बाड़s रहेलs गोबर गधार पर,

ऐतने कारण तहरा के केहू धरेला नाहीं कपार पर।


जूता कहलस - हमरा के खरीदे गईला पर लागी खूब दमरा,

 फोम वोम के मत बुझीहs हऊ हम पक्का चमड़ा।

मोजा कहलस - हफ्ता भर पानी में रहबs एके दरी छितर जईबs,

फूल गुल के तुम्बा होखबs पड़ल-पड़ल सड़ जइबs।


जूता कहले ऐ मोजा अब तहरे विजय भारी बा,

जवन गुण-अवगुण हमरा में बा तहरा के सब जानकारी बा -2

ऐ ही से कहल जाला बिना मतलब बहसल ना जाला,

बहसु के बहसु कहीं ना कहीं भेंटा जाला।


साभार - सोशल मीडिया 

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