गांव के बुढ़ पुरनिया लोग एगो बरा निमन शिक्षा दे गईल। रउवा सभे पढ़ी...👨🏻💻
लईका जब बिगड़े लागेला,
तब ढेर चढ़ावल ना जाला।
जब काम बने लतीआवे से,
तब वेद पढ़ावल ना जाला।।
शिवरात पचईया दुइये दिन,
नागिन🐍 के पूजा होखेला।
बाकी हर दिन कुचल जाला,
नित दूध पियावल ना जाला।।
रऊरा अमृत बरसवला से,
गरकट गद्दारी ना छोड़ी -2
मानेला ओल खटाई से,
गुड़ घी मिलावल ना जाला।।
तु जीव-जंतु से प्यार करs,
बाकीर ई सीख जरूरी बा।
बिच्छी🦂 के डंक बिना तूड़ले,
चुमल सुघरावल ना जाला।।
लईका जब बिगड़े लागेला,
तब ढेर चढ़ावल ना जाला।
जब काम बने लतीआवे से,
तब वेद पढ़ावल ना जाला।।
वाह क्या बात है
जवाब देंहटाएंबहुत निमन
जवाब देंहटाएंबहुत खूब सर
जवाब देंहटाएंWah wah wah wah.....
जवाब देंहटाएंबुढ़वा बाबा गज़ब कहिले बा 🙏😊🙏
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