वात्स्यायन रचित कामसूत्र के तृतीय अध्याय की टीका जयमंगला में यशोधर पंडित ने आलेख्य (चित्रकला) के छः भेद किये हैं।
(1) रूपभेद
(2) प्रमाण
(3) भाव
(4) लावण्य योजना
(5) सादृश्य
(6) वर्णिका भंग।
ये छः भेद ही षडंग के नाम से जाने जाते हैं।
रूपभेदा प्रमाणानि भाव लावण्ययोजनम्।
सादृश्य वर्णिकाभंगः इति चित्र षडंगकम् ॥
-यशोधर पंडित✍️
(1) रूपभेद:- रूपभेद के द्वारा चित्र की भिन्नता प्रकट होती है।
(2) प्रमाण:- इसके द्वारा चित्र की लम्बाई, चौड़ाई, मोटाई तथा दूरी का पता चलता है। प्रमाण के द्वारा हम चित्र को सही स्थान देते हैं।
(3) भाव:- भाव के द्वारा भावनाओं की अभिव्यक्ति की जाती है। इसके द्वारा रस की अभिव्यक्ति भी की जाती है क्योंकि रस आनन्द प्रदान करते हैं।
(4) लावण्य योजना:- लावण्य योजना के द्वारा बाह्य सौन्दर्य की अभिव्यक्ति की जाती है।
(5) सादृश्य:- सादृश्य के द्वारा आकृति की समानता प्रकट की जाती है अर्थात् जो चीज जैसी दिख रही है वैसी ही होनी चाहिए।
(6) वर्णिका भंग:- भावों के अनुकूल रंग योजना से चित्र का निर्माण करना वर्णिका भंग कहलाता है।
अतः चित्रकार वही श्रेष्ठ होता है जो अपने चित्रों में इन छः अंगों का भली प्रकार प्रयोग करता है।
In the commentary Jayamangala of the third chapter of Kamasutra composed by Vatsyayana, Yashodhara Pandit has made six distinctions of aalekhyya (painting).
(1) Variation
(2) Proof
(3) Expressions
(4) Lavanya Yojana
(5) Analogy
(6) Varnika bhank.
These six distinctions are known as Shadanga.
Rupbheda Pramani Bhava Lavanyayojanam.
Sadrishy Varnika bhank: Iti Chitra Shadangakam.
Yashodhar Pandit✍️
(1) Variation:- The difference of the picture is manifested through the variation.
(2) Proof: - By this the length, width, thickness and distance of the picture are known. By proof we give the correct position of the picture.
(3) Bhava:- Emotions are expressed through expressions. Rasa is also expressed through this because rasa gives pleasure.
(4) Lavanya Yojana: - The external beauty is expressed through the Lavanya scheme.
(5) Analogy:- By analogy, the similarity of the shape is revealed, that is, the thing which is visible should be as it is.
(6) Color break:- Creating a picture with a color scheme suited to the expressions is called color fracture.
Therefore, the best painter is the one who makes good use of these six parts in his paintings.
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