मंगलवार, 2 जून 2020

विविध प्रकार के प्रोजेक्टरो को चलाने का ज्ञान (Functional Knowledge of operating projectors of Various types) B.Ed. 1st Year. EPC-3


विविध प्रकार के प्रोजेक्टरो को चलाने का ज्ञान 
(Functional Knowledge of operating projectors of Various types)





Projector (प्रक्षेपक)-

An object that is used to project rays of light, especially an apparatus with a system of lenses for projecting slides or film onto a Screen.

एक ऐसी वस्तु जिसका उपयोग प्रकाश की किरणों को प्रस्तुत करने के लिए किया जाता है। विशेष रूप से यह एक स्क्रीन पर स्लाइड या फिल्मों को प्रस्तुत करने के लिए लेंस की उपलब्धता के साथ एक उपकरण है।
or
यह एक प्रक्षेपक यंत्र है। इसमें ऐसी व्यवस्था होती है जो लिखित या दृश्य सामग्री को छोटे तथा बड़े रूम में दीवार या पर्दे पर देखने के लिए प्रयोग में लाई जाती है। इस उपकरण का उपयोग कक्षा-शिक्षण में काफी प्रभावकारी होता है।
or
प्रोजेक्टर एक आउटपुट डिवाइस है।  यह एक प्रकार का कंप्यूटर हार्डवेयर का भाग है। जिसके माध्यम से किसी भी छवि को बड़े पर्दे पर दिखाया जाता है। यह लेंस के द्वारा पर्दे या दीवार पर चित्र का निर्माण करता है। इसके द्वारा तैयार चित्रों को बहुत ही दूर तक आसानी से देखा जा सकता है।

Types of Projector:-
Projector मुख्यतः तीन प्रकार के होते हैं:-
  1. DLP (Digital Light Processing)
  2. LCD (Liquid Crystal Display)
  3. LED (Light Emitting Diode)

  1. DLP (Digital Light Processing):- इस प्रकार के प्रोजेक्टर एक चिप के आधार पर कार्य करते हैं। इसमें लगभग 2 मिलियन शीशों का प्रयोग किया जाता है। प्रत्येक शीशा लगभग माइक्रो मिलीमीटर का होता है। मुख्य रूप से लाल(RED), हरा(Green) और नीला(Blue) (RGB) रंग ही इसमें प्रदर्शित होता था।  लेकिन वर्तमान समय में तकनीकी में सुधार होने के बाद 16.7 मिलियन रंग में प्रदर्शित किया जा सकता है।
  2. LCD (Liquid Crystal Display):- इस प्रकार के प्रोजेक्टर को उत्तम श्रेणी में रखा जाता है। इसका प्रयोग फिल्म बनाने में भी किया जाता है। यह DLP से सस्ते होते हैं। एवं इसमें Zoom Lens का भी इस्तेमाल किया जाता है।
  3. LED (Light Emitting Diode):- इस तरह के प्रोजेक्टर को बहुत लंबे समय तक प्रयोग किया जा सकता है। इनकी कार्यक्षमता बहुत ही अधिक होती है।
NOTE:- 21 अप्रैल 1895 को अमेरीका में प्रोजेक्टर का पहला प्रदर्शन हुआ था। कई लोग एक साथ बैठकर आदमकद चलचित्र को देख सकते थे। वुडविल लैथम और उनके बेटे ने इसका निर्माण किया था।

ओवरहैड प्रोजेक्टर
(Overhead Projector)

A device that projects an enlarged image of a transparency placed on it onto a wall or Screen by means of on overhead mirror.
           
एक यंत्र जो भूमि/जमीन के ऊपर दर्पण के माध्यम से एक दीवार या चित्रपट/पटल पर पारदर्शिता की एक बड़ी छवि को प्रस्तुत करता है। 
         इसका प्रयोग पहली बार पुलिस मुख्यालय के लिए किया गया था। तत्पश्चात विद्यालयों एवं महाविद्यालयों में भी किया जाने लगा। ओवरहेड प्रोजेक्टर का प्रयोग करते समय शिक्षक का मुख छात्रों की ओर ता है और प्रकाश उसके सर के ऊपर से दीवाल पर पड़ती है।

विशेषताएं
  • ओवरहेड प्रोजेक्टर को चलाना अत्यंत आसान है।
  • शिक्षक एवं छात्रों के मध्य अंतः क्रिया (Interaction) "समझाने एवं समझने की प्रक्रिया" आसानी से हो जाती है।
  • ओवरहेड प्रोजेक्टर का प्रयोग आप सामान्य प्रकाश में भी कर सकते हैं। अर्थात कक्षा-कक्ष को अंधेरा करने की आवश्यकता नहीं होती है।
  • ओवरहेड प्रोजेक्टर का प्रयोग किसी भी छवि को बड़े आकार में देखने के लिए किया जाता है।
Advantage (लाभ):-
  1. सामान्य प्रकाश 
  2. बड़ी तस्वीर
  3. उपयोग में आसान
  4. समय की बचत
Disadvantage (हानी):- 
  1. महँगा उपकरण
  2. प्रयोग के लिए बिजली की आवश्यकता
  3. इसका प्रयोग करने से पूर्व आईसीटी(ICT) का ज्ञान
  4. साफ एवं स्वच्छ कक्षा-कक्ष का होना अनिवार्य।

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