गुरुवार, 2 नवंबर 2023

क्यों??? (Why???)

 प्रेम🥰  में  ये  अनायास  होता  है  क्यों, 

जो नहीं उसका आभास होता है क्यों।


तोड़कर दिल💔 के  सारे खुशी के महल💒, 

वेदना का शिलान्यास⛰️ होता है क्यों।


जिंदगी पतझडों के शिकंजे में है, 

दो घड़ी को मधुमास होता है क्यों।


आज भी मन💗 तो मेरा तेरे पास  है, 

ये बदन को ही वनवास🌲 होता है क्यों।


याद के इतने झिलमिल सितारे🌃 लिए, 

एक ह्रदय का आकाश🌅 होता है क्यों।


एक जन्म की अधूरी मुलाकात💏 में, 

सात जन्मों का विश्वास होता है क्यों।


मानता हूँ चरागों ने दम तोड़ दी, 

फिर अचानक ये प्रकाश🌕 होता है क्यों।


फूल के इस उजड़ते चमन में चतर, 

तितलियों का पुनर्वास होता है क्यों।

                            


  - चतर भदीरा✍️

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