अड़ही देखलीं गड़ही देखलीं, देखलीं सब रंगरूट
बड़ नसीब साहेब के देखलीं, बेचत आपन सूट .....
जोगीरा सा..रा..रा..रा..
जल जमीन जंगल के खातिर, अध्यादेशी रूट
संसद बइठि बात पगुरावे, साहब बेचें सूट ......
जोगीरा सा..रा..रा..रा..
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भइंस बिआइल पाड़ी पड़रू, गाय बिआइल बाछा
भयल विकसवा पैदा पल्टू , खोल पछोटा नाचा ........
जोगीरा सा..रा..रा..रा..
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कौन दुल्हनिया डोली जाए, कौन दुल्हनिया कार
कौन दुल्हनिया झोंटा नोचे, नाम केकर सरकार ....
जोगीरा सा..रा..रा..रा..
संघ दुल्हनिया डोली जाए, कारपोरेट भरि कार
धरम दुल्हनिया झोंटा नोचे, बउरहिया सरकार ....
जोगीरा सा..रा..रा..रा..
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चिन्नी चाउर महंग भइल, महंग भइल पिसान
मनरेगा क कारड ले के, चाटा साँझ बिहान .....
जोगीरा सा..रा..रा..रा..
का करबs अमरीका जाके, का करबs जापान
एम डी एम के खिचड़ी खाके, हो जा पहलवान .....
जोगीरा सा..रा..रा..रा..
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इक रुपया में चार चवन्नी, चारो काटें कान
बुलेट ट्रेन में देश चढ़ल बा, परिधानी परधान ....
जोगीरा सा..रा..रा..रा..
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कौन देस के लोहा जाई, कौन देस अलमुनिया
आ कौन देस में डंडा बाजी, कौन देस हरमुनिया .....
जोगीरा सा..रा..रा..रा..
चीन देस के लोहा जाई, अमरीका अलमुनिया
आ नियामतगिरि में डंडा बाजी, संसद में हरमुनिया ....
जोगीरा सा..रा..रा..रा..
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केकरे खातिर पान बनल बा, केकरे खातिर बांस
केकरे खातिर पूड़ी-पूआ, केकर सत्यानास......
जोगीरा सा..रा..रा..रा..
नेतवन खातिर पान बनल बा, पब्लिक खातिर बांस
अफ़सर काटें पूड़ी-पूआ, सिस्टम सत्यानास ....
जोगीरा सा..रा..रा..रा..
- आचार्य रामपलट दास✍️
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