''एक राजकुमार राजा बन सकता है, क्योंकि वह उस घर में पैदा हुआ है, लेकिन लोगों पर शासन करने के लिए उसमें प्रतिभा, अच्छा पालन-पोषण और पूर्व जन्मों में किए अच्छे कर्मों से प्राप्त आशीर्वाद होना चाहिए। सिर्फ एक ब्रश और कुछ रंग दे दिए जाने से कोई महान् चित्रकार नहीं बन जाता है। साक्षात् भगवान् से बड़ा चित्रकार कोई नहीं है। प्रत्येक व्यक्ति अपने भीतर देवत्व के साथ जन्म लेता है। उसका काम है कि वह उस देवत्व की खोज करे। कुछ भाग्यशाली होते हैं, जिन्हें वह मिल जाता है। तुम उनमें से ही एक हो। आज समाज में कलाकारों और अभिनय करनेवालों को उतना महत्त्व नहीं दिया जाता, जितना दिया जाना चाहिए, लेकिन चिंता मत करो, उसी समर्पण से अपना काम करते रहो, जिससे तुम अपने भगवानों की पूजा करते हो। मैं जानता हूँ कि तुम्हारा भविष्य उज्ज्वल है। तुम्हें यही मेरा आशीर्वाद है।"
रणजीत देसाई द्वारा लिखित उपन्यास राजा रवि वर्मा का अंश।
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