यही तक थी मेरी उसकी कहानी,
दहक के हो चुकी है आग-पानी।
अधर में सारे सपने जा चुके हैं,
निमंत्रण पत्र छपने जा चुके हैं,
बजे-बाजे सगाई हो चुकी है,
वो लड़की अब पराई हो चुकी है।
पता ससुराल का सखियों ने पूछा
तो बोली वो महल जो सबसे ऊंचा
कोई "इंजीनियर" है वो सुना है
जो मुझसे हैसियत में दश गुणा है।
बड़ी कोठी है लंबी कार भी है
किसी मंत्री का रिश्तेदार भी है।
मेरी छोटी सी दुनिया में वो रहती
तो मेरे जैसे ही दुख-दर्द सहती।
मिली हर चीज जो थी उसके काबिल
मैं देता भी तो क्या, मामूली सा दिल💗
दिल-विल से रिहाई हो चुकी है।
वो लड़की अब पराई हो चुकी है।
हथेली पर वो मेरा नाम लिखती
हजारों बार सुबह-शाम लिखती
कोई धुन गुनगुना के झूम लेती
वो अपने हाथ खुद ही चूम लेती।
मगर इसमें तो कोई शक नहीं हैं।
मोहब्बत मुफलिसों का हक नहीं है।
वो उंगली जब मेरे हाथों से छूटी
पहन ली उसने हीरे की अंगूठी
हथेली वो पिया से जा जुड़ी है।
सुना मेहंदी बड़ी गहरी चढ़ी है।
बड़ी लंबी जुदाई हो चुकी है,
वो लड़की अब पराई हो चुकी है।
मनोज मुंतशिर
Yahi Tak Thi Meri Uski Kahani
Dahak Kar Ho Chuki Hai Aag Pani
Adhar Me Sare Sapane Ja Chuke Hai
Nimantran Patra Chhapane Ja Chuke Hai
Baje Baaja, Sagai Ho Chuki Hai
Wo Ladki Ab Parai Ho Chuki Hai
Pata Sasural Ka Sakhiyo Ne Puchha
To Boli Wo Mahal Jo Sabse Uncha
Koi Engineer Hai Wo Suna Hai
Jo Mujhse Haisiyat Me Das Guna Hai
Badi Kothi Hai Lambi Car Bhi Hai
Kisi Mantri Ka Ristedar Bhi Hai
Meri Chhoti Si Duniya Me Wo Rahati
To Mere Jaise Hi Dukh Dard Sahati
Mili Har Cheez Jo Thi Uske Qabil
Mai Deta Bi To Kya, Mamooli Sa Dil❤️
Ki Dil-Wil Se Rihayi Ho Chuki Hai
Wo Ladki Ab Parai Ho Chuki Hai
Hatheli Par Wo Mera Nam Likhati
Hajaro Baar, Subah-Sham Likhati
Koi Dhun Gungana Ke Jhoom Leti
Wo Apane Hath Khud Hi Choom Leti
Magar Esme To Koi Shak Nahi Hai
Mohbbat Muflison Ka Haq Nahi Hai
Wo Ungli Jab Mere Hathon Se Chhuti
Pahan Li Usne Heere Ki Angoothi
Hatheli Wo Piya Se Jaa Judi Hai
Suna Mehndi Badi Gahari Chadi Hai
Badi Lambi Judai Ho Chuki Hai
Wo Ladki Ab Parai Ho Chuki Hai
Manoj Muntashir
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