जीने की हवस नहीं है,
भूख पे भी वश नहीं है।
डाइटिंग को ठोकरो पे मार दो।
जो भी हाथ आए,
उसे पेल के खत्म करो।
ये पेट को पहाड़ सा निकाल दो।
ये भूख है प्रचण्ड,
भूखे रह के ना दो दण्ड।
कुछ भी देखो खाने का तो,
मुंह को फाड़ दो।
बीमारी हो भले बी.पी., अस्थमा या शुगर,
तुम तो बस खाने-पीने पर ही
अपना ध्यान दो।
आरंभ है प्रचण्ड बन के,
हाथियों का झुंड।
घर के राशनो को पूरा ही डकार लो।
ये मौत अंत है नहीं,
तो मौत से क्यों डरे।
जाके अस्पताल में दहाड़ दो।
साभार - सोशल मीडिया
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