बुधवार, 30 दिसंबर 2020

#मेरी_रचना #मुक्तक #शायरी

 2020 की मेरी अंतिम शायरी। किस के लिए है वह ना पूछे😞 केवल पढ़े और आनंद ले।


कर रहा था इबादत,

मानकर जिन्हें  खुदा। 

वो मसीहा मेरे दिल को, 

और जख्म दे गया।



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