एक दिन जूता और मोजा में भइलs भयंकर झगड़ा,
हम बइठ के सुने लगनी ऊ दुनो के पचरा।
जूता कहलस मोजा से हमरे बल पर कूदेलs
ऐ अज्ञानी हम का हऊ तू हमरे के ना बुझेलs
मोजा कहलस ऐ जूता तू मत करs अभिमान,
अइठल छोड़अs हमरा ऊपर तू नईखs कईले कवनो एहसान।
मोजा के ई बात सुन के जूता कहलस डांट के,
एक दिन जे हट जाई त जियान हो जइबs फाँट के।
मोजा कहलस - सुनs ये जूता बात के भईल बा गुमान तोहरा,
इतने कारण रहेलs हमेशा दरवाजा के बहरा।
जूता कहलस - तहरा अभीयो मालूम नईखे होला हमरो मालिश,
हफ्ता में दूसरा, तीसरे दिन होत रहीले पॉलिश।
मोजा कहलस - सांच बात पर आंच लागेला कहलो पर खिसियालअs,
जन्मे के तू फुहर हऊअs कहियो नाही नाहालs
जूता कहलस - आन शान के बात में पहिले हमरा नउवां आवेला,
तोहरा के केहू ना पूछे हमरे के देखावेला।
मोजा कहलस - सुनs ए जूता अभी तहरा धइले बा भूलवनाs,
छठीअवरा मे तहरा पड़ल ना कहियो बिछवना।
जूता कहलस - आग भउर में हम घुसेली तू घुसबs त जड़ जईबs,
हमरा निहन खट देबs ना, तs दांत चिआर के मर जईबs।
मोजा कहलस - ओही जोगे तू बड़ले बाड़s रहेलs गोबर गधार पर,
ऐतने कारण तहरा के केहू धरेला नाहीं कपार पर।
जूता कहलस - हमरा के खरीदे गईला पर लागी खूब दमरा,
फोम वोम के मत बुझीहs हऊ हम पक्का चमड़ा।
मोजा कहलस - हफ्ता भर पानी में रहबs एके दरी छितर जईबs,
फूल गुल के तुम्बा होखबs पड़ल-पड़ल सड़ जइबs।
जूता कहले ऐ मोजा अब तहरे विजय भारी बा,
जवन गुण-अवगुण हमरा में बा तहरा के सब जानकारी बा -2
ऐ ही से कहल जाला बिना मतलब बहसल ना जाला,
बहसु के बहसु कहीं ना कहीं भेंटा जाला।
साभार - सोशल मीडिया