मुश्किल है अपना मेल प्रिये,
यह प्यार❤️ नहीं है खेल प्रिये।
तुम नगर निगम की जेसीबी,
मैं हूँ अवैध निर्माण प्रिये।
मुश्किल है अपना मेल प्रिये,
यह प्यार❤️ नहीं है खेल प्रिये।
तुम चंचल गाय की प्रतिछाया,
मैं खुला घूमता सांड़ प्रिये।
तुम मन की बात सी मनमोहक,
मैं दम तोड़ता बेरोज़गार प्रिये।
तुम BA, MA पास हो,
मैं B.Ed./D.El.Ed. करके Job के इंतजार में बैठा छात्र प्रिये।
CTET, STET के बाद भी,
बनी ना अपनी कोई बात प्रिये।
मुश्किल है अपना मेल प्रिये,
यह प्यार❤️ नहीं है खेल प्रिये।
तुम शेयर बाज़ार की कोलाहल,
मैं विकास का बंद किवाड़ प्रिये।
तुम ऊँचे महलों की रौनक,
मैं सड़ता हुआ कबाड़ प्रिये।
तुम मंदी की शीतलता हो,
मैं सपनों से खिलवाड़ प्रिये।
रोज 10 किताबें पढ़ता हूँ,
लेकिन अभी भी हूँ बेरोजगार प्रिये।
अब तुम ही बता दो ये हमको,
होगा कैसे ये प्यार🥰 प्रिये.!!!!
मुश्किल है अपना मेल प्रिये,
यह प्यार❤️ नहीं है खेल प्रिये।
साभार - सोशल मीडिया
Edit &Modify - Bishwajeet Kumar
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