क्या दिक्कत है ?
लेडी को औरत कहने में।
वेल्थ को दौलत कहने में।
हैबिट को आदत कहने में।
इंडिया को भारत कहने में।
क्या दिक्कत है ?
वॉटर को भी जल कहने में।
टुमारो को कल कहने में।
क्रेजी को पागल कहने में।
सॉल्यूशन को हल कहने में।
क्या दिक्कत है ?
वरशिप को पूजा कहने में।
सेकंड को दूजा कहने में।
हर चिक को चूजा कहने में।
यू गो को तू जा कहने में।
क्या दिक्कत है ?
इनिंग को पारी कहने में।
हैवी को भारी कहने में।
वूमन को नारी कहने में।
वर्जिन को क्वारी कहने में।
क्या दिक्कत है ?
टेन्स को काल कहने में।
रेड को लाल कहने में।
नेट को जाल कहने में।
चीक्स को गाल कहने में।
क्या दिक्कत है ?
किंग को राजा कहने में।
बैंड को बाजा कहने में।
फ्रेश को ताजा कहने में।
कम इन को आ जा कहने में।
क्या दिक्कत है ?
डिवोशन को भक्ति कहने में।
टेक्टिक को युक्ति कहने में।
पर्सन को व्यक्ति कहने में।
पावर को शक्ति कहने में।
क्या दिक्कत है ?
जिंजर को हिम्मत कहने में।
रिस्पेक्ट को इज्जत कहने में।
प्रेयर को मन्नत कहने में।
प्रॉब्लम को दिक्क्त कहने में।
क्या दिक्कत है ?
टॉर्च को मशाल कहने में।
थॉट को ख़याल कहने में।
ग्रीफ को मलाल कहने में।
एजेंट को दलाल कहने में।
क्या दिक्कत है ?
कलर को रंग कहने में।
विथ को संग कहने में।
वेव को तरंग कहने में।
पार्ट को अंग कहने में।
क्या दिक्कत है ?
मदर को मईया कहने में।
ब्रदर को भईया कहने में।
काउ को गईया कहने में।
हसबैंड को सईया कहने में।
क्या दिक्कत है ?
हीट को ताप कहने में।
यू को आप कहने में।
स्टीम को भाप कहने में।
फादर को बाप कहने में।
क्या दिक्कत है ?
बेड को ख़राब कहने में।
वाईन को शराब कहने में।
बुक को किताब कहने में।
सॉक्स को जुराब कहने में।
क्या दिक्कत है ?
डिच को खाई कहने में।
आंटी को ताई कहने में।
बर्बर को नाई कहने में।
कुक को हलवाई कहने में।
क्या दिक्कत है ?
इनकम को आय कहने में।
जस्टिस को न्याय कहने में।
एडवाइज़ को राय कहने में।
मिल्कटी को चाय कहने में।
क्या दिक्कत है ?
फ़्लैग को झंडा कहने में।
स्टिक को डंडा कहने में।
कोल्ड को ठंडा कहने में।
ऐग को अंडा कहने में।
क्या दिक्कत है ?
बीटिंग को कुटाई कहने में।
वॉशिंग को धुलाई कहने में।
पेंटिंग को पुताई कहने में।
वाइफ को लुगाई कहने में।
क्या दिक्कत है ?
स्मॉल को छोटी कहने में।
फेट को मोटी कहने में।
टॉप को चोटी कहने में।
ब्रेड को रोटी कहने में।
क्या दिक्कत है ?
ब्लैक को काला कहने में।
लॉक को ताला कहने में।
बाउल को प्याला कहने में।
जेवलीन को भाला कहने में।
क्या दिक्कत है ?
गेट को द्वार कहने में।
ब्लो को वार कहने में।
लव को प्यार कहने में।
हॉर को छिनार कहने में।
क्या दिक्कत है ?
लॉस को घाटा कहने में।
मील को आटा कहने में।
प्रोंग को काँटा कहने में।
स्लेप को चाँटा कहने में।
क्या दिक्कत है ?
टीम को टोली कहने में।
रूम को खोली कहने में।
पैलेट को गोली कहने में।
ब्लाउज़ को चोली कहने में।
क्या दिक्कत है ?
ब्रूम को झाड़ कहने में।
हिल को पहाड़ कहने में।
रॉअर को दहाड़ कहने में।
जुगाड़ को जुगाड़ कहने में।
क्या दिक्कत है ?
नाईट को रात कहने में।
कास्ट को जात कहने में।
टॉक को बात कहने में।
किक को लात कहने में।
क्या दिक्कत है ?
सन को संतान कहने में।
ग्रेट को महान कहने में।
मेन को इंसान कहने में।
गॉड को भगवान कहने में।
क्या दिक्कत है ?
लाइक को पसंद कहने में।
क्लोज को बंद कहने में।
स्लो को मंद कहने में।
पोएम को छंद कहने में।
क्या दिक्कत है ?
फेक को नकली कहने में।
रियल को असली कहने में।
वाइल्ड को जंगली कहने में।
लाइट को बिजली कहने में।
क्या दिक्कत है ?
ग्रीन को हरा कहने में।
अर्थ को धरा कहने में।
प्योर को खरा कहने में।
डेड को मरा कहने में।
क्या दिक्कत है ?
रूम को कमरा कहने में।
डीप को गहरा कहने में।
जंक को कचरा कहने में।
गॉट को बकरा कहने में।
क्या दिक्कत है ?
जस्ट को अभी कहने में।
एवर को कभी कहने में।
देन को तभी कहने में।
ऑल को सभी कहने में।
क्या दिक्कत है ?
मेलोडी को राग कहने में।
फ़ायर को आग कहने में।
गार्डन को बाग कहने में।
फॉम को झाग कहने मे।
क्या दिक्कत है ?
स्टेन को दाग कहने में।
स्नेक को नाग कहने में।
क्रो को काग कहने में।
सेक्सन को भाग कहने में।
क्या दिक्कत है ?
ग्रांड को भवि को कहने में।
पिक्चर को छवि कहने में।
सन को रवि कहने में।
पोएट को कवि कहने में।
क्या दिक्कत है ?
हाउस को घर कहने में।
टैक्स को कर कहने में।
फॉबिया को डर कहने में।
फिऑन्से को वर कहने मे।
क्या दिक्कत है ?
प्लेस को ठाँव कहने में।
शेड को छाँव कहने में।
फुट को पाँव कहने में।
विलेज को गाँव कहने में।
क्या दिक्कत है ?
वायर को तार कहने में।
फॉर को चार कहने में।
वैट को भार कहने में।
फ्रैंड को यार कहने में।
क्या दिक्कत है ?
पिकल को अचार कहने में।
वॉल को दीवार कहने में।
स्प्रिंग को बहार कहने में।
बूर को गँवार कहने में।
क्या दिक्कत है ?
मीनिंग को अर्थ कहने में।
वेन को व्यर्थ कहने में।
एबल को समर्थ कहने में।
पेरिल को अनर्थ कहने में।
क्या दिक्कत है ?
न्यू को नया कहने में।
शेम को हया कहने में।
मर्सी को दया कहने में।
वेंट को गया कहने में।
क्या दिक्कत है ?
डॉटर को तनया कहने में।
वर्ल्ड को दुनिया कहने में।
प्लीज़ को कृपया कहने में।
मनी को रुपया कहने में।
क्या दिक्कत है ?
प्रिजनर को बंदी कहने में।
डर्टी को गन्दी कहने में।
डॉट को बिन्दी कहने में।
Hindi को हिन्दी कहने में।
क्या दिक्कत है ?
मनीष✍🏻



