बिहार से रांची (झारखण्ड) आये हुए 02 दिन हो गए थें। चुंकि बिहार में अमृत तो बंद है लेकिन झारखंड में पुरी बारिश हो रही थी। 02 दिनों से लगातार सभी इस बारिश में स्नान कर रहे थे। आज तीसरे दिन किसी ने सुझाव दिया की आज कुछ देशी ट्रॉय किया जाएं। फिर क्या था, बस प्लान बन गया। अब समस्या यह थी की इस नेतरहाट की पहाड़ियों में लोकल अमृत मिलेगा कहा? लेकिन कहा जाता है ना की जहा चाह वहा राह। राहे वहां भी मिल गई और जो लोकल ड्राइवर थे उन्ही की मदद से अमृत सीधे रूम तक आ पहुंचा। रात में सभी ने उसका रसास्वदान किया और सुबह देर तक सोये रहे। चुंकि हमें कोयल व्यू पॉइंट भी जाना था और सुबह में सभी को हम जगाते फिर रहे थे। क्योंकि सभी ने कहा था की हमें भी साथ लेकर के जाना। जब हम उस रूम में गए तो बहुत देर तक उन्होंने दरवाजा नहीं खोला और हम भी सोच लिये थे की सभी को लेकर के ही चलेंगे। रूम आख़िरकार खुला और वहा की परिस्थिति देखने लायक थी। ख़ैर मैंने सभी को जगाया एक ने कहा की भाई थोड़ी चाय बना दो ना!!! चुंकि हम चाय पी कर के आये थे इसीलिए बस 02 कप ही बनाये। लेकिन गर्म पानी में जैसे ही दूध डाले वह फट गया। मुझे लगा की क्या हो गया। हिम्मत नहीं हारी और दुबारा पुन: प्रयास किये लेकिन इस बार भी दूध फट गया। अगली बार कैटल को अच्छे से साफ कर के जब दुबारा उसमें पानी डाले तब एक ने कहा - भाई चाय बनाने में इतना विलंब क्यों हो रहा हैं? मैंने कहा - क्या करें!!! बार-बार दूध ही फट जा रहा हैं। अचानक से उसकी नज़र मेरे हाथ में पड़े बॉटल पर गई और वो चिलाते हुए कहा - आरे भाई, इसमें चाय बना रहे हो?
मैंने कहा - हां, क्या हुआ?
वो बोला - आरे ये पानी नहीं हैं।
मैंने कहा - दिख तो पानी जैसा ही रहा हैं और पानी के बॉटल में भी हैं। और मैंने एक घूंट मुँह में ली।
वो एकदम से बेड से उछला - आरे!!! रुक जा, रुक जा।
मैं तो सीधे बाथरूम में जाकर रुका। उसका स्वाद अजीब सा लगा था। उससे पूछा की - आरे ये हैं क्या?
वो बोला - आरे रात में जो नहीं मंगाए थे वो देशी... वही हैं।
मैंने बोला - अरे यार!!! इसे पानी के बोतल में कौन रखता है?
वह बोला - भाई क्या करते, दुसरा बॉटल मिला ही नहीं।
इस घटनाक्रम एवं शोरगुल से सभी जग गए थे उन्होंने सुबह की चाय तो नहीं पी लेकिन मेरे साथ कोयल व्यू प्वाइंट चलने के लिए तैयार हो गए। वहां का नजारा बहुत ही सुंदर था। शुरू में तो कुछ बादल थे लेकिन जब बादल हटा और सूर्य नारायण ने अपने दर्शन दिये तो वहां का नजारा देखने लायक था। हमने भी बहुत अच्छी-अच्छी फोटो क्लिक📸 की कुछ आपके लिए भी साझा कर रहे हैं।