बुधवार, 14 अगस्त 2019

साईं कॉलेज ऑफ टीचर्स ट्रेनिंग ओनामा में धूमधाम से मनाया गया 73 वां स्वतंत्रता दिवस



"साईं कॉलेज ऑफ टीचर्स ट्रेनिंग ओनामा में धूमधाम से मनाया गया 73 वां स्वतंत्रता दिवस"

         

              शिक्षक प्रशिक्षण संस्थान साईं कॉलेज ऑफ़ टीचर्स ट्रेनिंग ओनामा में बड़े ही धूमधाम एवं हर्षोल्लास के साथ मनाया गया 73वा स्वतंत्रता दिवस समारोह। इस अवसर पर कालेज के प्रभारी प्राचार्य के द्वारा झंडोत्तोलन किया गया।

     
          झंडोत्तोलन के बाद सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया  जिसमें सभी प्रशिक्षुओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और अपनी मनमोहक प्रस्तुति से सभी दर्शकों का मन मोह लिया । इस अवसर पर  महाविद्यालय के अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष क्रमशः अंजेश कुमार एवं रमेश कुमार  ने उपस्थित प्रशिक्षु शिक्षक,सभी शैक्षणिक एवं गैर शैक्षणिक कर्मीयो के अलावे जिले वासियों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी।

       
           इस अवसर पर  चेयरमैन अंजेश कुमार ने कहा कि यह राष्ट्रीय पर्व सभी के मन में सदभावना की लहर उत्पन्न करता है। हालांकि आज रक्षाबंधन का भी त्यौहार है तो इस रक्षाबंधन पर हम शपथ ले की  देश की रक्षा में भी भरपूर सहयोग करेंगे। क्योंकि  आजादी  बहुत से वीरों की कुर्बानी के बाद हमें प्राप्त हुई है तो हमारा कर्तव्य भी बनता है कि हम इस आजादी को हमेशा सम्भाल कर रखे। इस अवसर पर महाविद्यालय में प्राचार्य डॉ० प्रवेश कुमार सहायक प्राचार्य सर्वेश कुमार राय प्राध्यापक रविंद्र कुमार, राकेश गिरी, विश्वजीत कुमार, उदय भान, पुस्तकालय अध्यक्ष प्रियंका कुमारी, निभा शर्मा, खुशबू कुमारी, राजाराम, रघुवीर शंकर, आसित अमन, रवि रंजन, एवं सीताराम सिंह की उपस्थिति रही।


सोमवार, 12 अगस्त 2019

शिव


सावन की अंतिम सोमवारी पर प्रस्तुत है - शिव श्रृंखला  की एक और painting.                                            

About this Painting:-

      इस को clip art बोला जाता है।  ऐसे मैं इस चित्र  के साथ इस कला को बनाने की विधि का video भी आप सभी के साथ share कर रहा हूं। उम्मीद है कि आप इस से लाभान्वित होंगे।     

                            धन्यवाद🙏


Video link part 1

https://youtu.be/HyXvSL1JXt8


Video link part 2 :-

https://youtu.be/EWJIYPQNY2E



https://youtu.be/HyXvSL1JXt8   


https://youtu.be/EWJIYPQNY2E


बुधवार, 7 अगस्त 2019

मैं तुमको समझ नहीं पाया (Mai Tumko samajh nahi paya)



मै तुमको समझ नही पाया


तुम्हारा कभी यु मुस्कुराना, कभी हँस कर छुप जाना,
कभी-कभी गुस्से में पुरा आसमान सिर पर उठा लेना,
तुम्हारी ये अदा मै समझ नही पाया। 

मै तुमको समझ नहीं पाया -२

तुम हो क्या चिज,
या फिर हो मेरे ख्वाबो की कोई तस्वीर,
मै तुम्हारा चित्रण आज तक कर नही पाया।

मै तुमको समझ नही पाया -२

माना की तुम हो बड़ी हसीन,
लेकिन मेरे सपनो की बस हो एक लकीर।
उस लकीर में मै,
अपने ख्वाबो के रंग भर नही पाया। 

मै तुमको समझ नही पाया -२

रोज मै तुमसे मिलता हूँ,
घंटो बाते करता हूँ, फिर भी -२
हृदय की बाते हृदय मे रखकर पुनः वापस लौट आता हूँ।
तुम्हारे मन की बातो को मै भी पढ़ नही पाया,

मै तुमको समझ नही पाया -२

कहती हो तुम की, तुम हमेशा कहाँ खोये रहते हो?
मिलते हो नही की, जाने की जिद करने लगते हो।
उसने कई बार मुझे इशारों में बताया,
लेकिन मै ही ऐसा खोया रहा की।

मै तुमको समझ नही पाया -२

सुबह जब मेरी आँख खुली,
सुरज की किरणे खिड़की से झाँक रही थी।
मानो ये कह रही हो, उठ जा!!! अपना मार्ग प्रशस्त कर।
लेकीन मै रात के सपनो से निकल नही पाया,

मै तुमको समझ नही पाया -२

ये बात भी सही है।
मैने बहुत कुछ सीखा हूँ तुमसे, 
लेकिन बस कमी यह रह गई की, 
तुम्हारे सुलोचना में उत्पन्न भावो को मैं पढ़ नहीं पाया।

मैं तुमको समझ नही पाया -२

 विश्वजीत कुमार ✍️

रविवार, 4 अगस्त 2019

"शिव-गणेश" (Shiv and Ganesh)

         सावन की तृतीय सोमवारी पर आप लोगों के समक्ष प्रस्तुत हैं- मेरी एक नई चित्रकला "शिव-गणेश" इस चित्रकला को भारतीय कला के प्रारंभिक  एवं अति महत्वपूर्ण आधुनिकता वादी कलाकार जैमिनी राय के द्वारा बनाया गया है । उनकी इस बनाई गई  कलाकृति को मैंने बनाने का प्रयास किया है, रंग संयोजन में थोड़ी सी स्वतंत्रता ली है। इस चित्र को बनाने में मैंने Poster color का प्रयोग किया है .। जैसा कि आपको ज्ञात होगा जैमिनी राय Tempera विधि में कार्य करते थे तो इस चित्र को बनाने में मैंने भी Poster color & Tempera विधि का प्रयोग किया है।

               About Tempera Painting:- A method of painting with pigments dispersed in an emulsion miscible with water, typically egg yolk. The method was used in Europe for fine painting, mainly on wood panels, from the 12th or early 13th century until the 15th, when it began to give way to oils.



      Presenting to you on the third Monday of Sawan - A new painting of mine "Shiv-Ganesh". This painting has been made by Jaimini Roy, an early and very important modernist artist of Indian art. I have tried to recreate this artwork of his, taking a little liberty in the color combination. I have used Poster color to make this picture. As you would know that Jaimini Roy used to work in Tempera method, so I have also used Poster color & Tempera method in making this picture.


       About Tempera Painting:- A method of painting with pigments dispersed in an emulsion miscible with water, typically egg yolk. The method was used in Europe for fine painting, mainly on wood panels, from the 12th or early 13th century until the 15th, when it began to give way to oils.


हां, मैं बदलाव के साथ बदलने वाला हूं। (Haa, Mai badlaw ke sath badalane wala hun.)



हाँ, मैं बदलाव के साथ बदलने वाला हूँ।


हर परिस्थिती में मैं अपने आप को सिद्ध करने वाला हूँ।
हाँ, मैं बदलाव के साथ बदलने वाला हूँ।

तुम लाख विपत्तियां खड़ी कर दो, मेरे सामने!!!
मैं उन सब से हँसकर निकलने वाला हूँ।

हाँ, मैं बदलाव के साथ बदलने वाला हूँ।

एक कार्य मे प्रसिद्धी मिली तो क्या, 
मैं अपने प्रत्येक कार्य में प्रसिद्धी पाने वाला हूँ।
तुम्हारे द्वारा बिछाये इन अंतराजाल को 
तोड़कर आगे बढ़ने वाला हूँ।

हाँ, मैं बदलाव के साथ बदलने वाला हूँ।

तुम्हारे हर एक अदा की मैंने तारिफे की,
अब मैं तुमसे अपनी तारिफ कराने वाला हूँ।
छायाकंन, चित्रकला और कलमकारी के बाद 
और किसी कार्य में भी सिद्धहस्त होने वाला हूँ।

हाँ, में बदलाव के साथ बदलने वाला हूँ।

कला, कम्प्युटर और ड्रामा के साथ सम्प्रेषण का Study कराता हूँ। 
"स्वम की समझ” विषय के अलावा बाकि पेपरों को भी 
मैं तुम्हे समझाने वाला हूँ।

हाँ, मैं बदलाव के साथ बदलने वाला हूँ।

मैंने देखा एक सपना जब में स्नातक में था, 
साथ में मेरे भी हो Ph.D. की उपाधी। 
RET (रेट) तो मैंने Qualified कर लिया, 
और उसके बाद Ph.D. की उपाधी भी धारण करने वाला हूँ।

हाँ, मैं बदलाव के साथ बदलने वाला हूँ।


-विश्वजीत कुमार