सोमवार, 29 जुलाई 2019

मधुबनी/मिथिला चित्रकला (Madhubani/Mithila Painting)

             जैसा कि आप सभी को ज्ञात है कि आज सावन की दूसरी सोमवारी है और मैंने आप लोगों से कहा भी था कि मेरे इस Blog में सावन की प्रत्येक  सोमवारी पर शिव से संबंधित एक चित्रकला के दर्शन होंगे। तो आज प्रस्तुत है सावन की दूसरी सोमवारी पर शिव से संबंधित  2nd Painting.

About the Painting:-

  इस चित्रकला को मधुबनी चित्रकला बोला जाता है जिसमें मैंने मधुबनी के कचनी एवं भरनी शैली के माध्यम से चित्रकला का निर्माण किया है इस चित्र को बनाने में मैंने Chinese Black Ink & Black Gel Pen का प्रयोग किया है एवं इसे Averysheet Paper सीट पर बनाया गया है। इस चित्रकला का आकार 20"x30"  है।



      As you all know that today is the second Monday of Sawan and I had also told you that a painting related to Shiva will be seen in my blog on every Monday of Sawan. So today we present the 2nd painting related to Shiva on the second Monday of Sawan.


 About the Painting:-


 This painting is called Madhubani painting in which I have created the painting through the Kachni and Bharani style of Madhubani. In making this painting I have used Chinese Black Ink & Black Gel Pen and it has been made on Averysheet Paper seat. . The size of this painting is 20"x30".


 

हर पल में खुश हूं

इस कविता का निर्माण कुंदन कुमार वर्मा के द्वारा किया गया है।



गुरुवार, 25 जुलाई 2019

"नाराज कैकई और राजा दशरथ"

"नाराज कैकई और राजा दशरथ" इस पेंटिंग की खासियत यह है कि इसको उल्टा करने पर भी वैसा ही दिखाई देता है जैसा कि आपको अभी दिख रहा है । Try it. इस पेंटिंग को मैंने 22" × 28" के Cartize paper पर बनाया है एवं इसको बनाने में Acrylic Color का प्रयोग किया है।



सोमवार, 22 जुलाई 2019

"मंजूषा चित्रकला"

            "मंजूषा चित्रकला"  यह चित्रकला मैंने सावन की पहली सोमवारी पर निर्मित किया है । इसमें मैंने भागलपुर की प्रसिद्ध लोक चित्रकला मंजूषा लोक चित्रकला का अंकन किया है । इस चित्रकला को बनाने के पीछे मान्यता है कि इसमें शिव की मानस पुत्री मनसा देवी का अंकन किया जाता है और आज संयोग से सावन की सोमवारी होने के साथ-साथ नाग पंचमी भी है और शिव की मानस पुत्री मनसा देवी की आज के ही दिन पूजा की जाती है। भागलपुर क्षेत्र में इनकी विशेष महत्ता है। और मंजूषा लोककला बिहार राज्य के भागलपुर क्षेत्र  में बनायी जाती हैं इस लोक कला में लाल, हरा  और पीला रंगो का उपयोग किया जाता हैं। इस चित्र में मैने  मनसा देवी का अंकन किया है एवं उन्हें  उनके सांपों के साथ निरूपित किया है । और आज से आपको सावन की  प्रत्येक सोमवारी पर मेरे इस पेज पर शिव से संबंधित चित्रों के दर्शन होंगे ।🔱
           
 हर हर महादेव
                   🕉   
  !!ॐ नमः शिवायः!! 

भगवान् भोले नाथ आपकी जिंदगी खुशियों से भर दे

   !!हर हर हर महादेव।।



शुक्रवार, 19 जुलाई 2019

मन की बात Man ki Baat (Mind Matter)

मन की बात


मैं हर एक कार्य करु तो तुम्हे लगता है, 
कुछ तो कमी है यार। 
मैं एक कार्य से यदि इनकार कर दूँ, 
तब तुम कहती हो, तुमसे बुरा नही है कोई यहाँ ।।


रस्सी को बार-बार ऐंठने से, 
पाती है वो मजबुती। 
लेकिन जब मजबुत को ही ऐंठा जाये, 
तब उस में आने लगती हैं दरार ॥


मै हर एक कार्य करु.............


माना की मैं तुलिका के साथ रहता हुँ, 
वर्णों से खेलता हूँ। 
फिर भी कलमकारी में कच्चा हुँ मेरी बात मान, 
मुझे मेरे अस्तित्व के साथ रहने दो डालो ना उसमे विध्न हजार ॥


मै हर एक कार्य करू.............


मुझे तुम्हारे परिवार से शिकायत नही, 
क्योकी मै तुम्हारी मानसिकता को पहचान गया हूँ इस बार।
तुम लाख प्रयत्न भी कर लो, 
कलाकार के कार्य को नहीं बदल सकते हो आप।।


मै हर एक कार्य करु.............


तुमको स्वय् की समझ नही,
मुझे तो ऐसा महसुस हो गया इस बार। 
काश तुम B.Ed., D.El.Ed. का पाठ्यक्रम देख लेती,
जिसे पढ़ता-पढ़ाता हूँ मै दिन-रात ॥


मै हर एक कार्य करू.............


जब भी मै वर्ग-संचालन करता हुँ, 
भुल जाता हूँ तुम्हारे सारे कटाक्ष।
शायद मेरे गैर मौजूदगी में, 
तुमने जो मेरे उपर लगा रखे हैं ये शब्दों के भंडार ॥


मै हर एक कार्य करू............


इस का निवारण कैसे होगा?
इस का उत्तर नही है मेरे पास।
शायद इसीलिए कविता लिख लेता हूँ,
ताकि मेरे मन के बोझ का हो जाये कुछ निदान


मैं हर एक कार्य करु तो तुम्हे लगता है, 
कुछ तो कमी है यार। 
मैं एक कार्य से यदि इनकार कर दूँ, 
तब तुम कहती हो, तुमसे बुरा नही है कोई यहाँ ।।


-विश्वजीत कुमार✍️



Mind Matter



 If I do everything, you think,

 Something is missing man.

 If I refuse a task,

 Then you say, no one is worse than you here.



 By repeatedly twisting the rope,

 Gets that strength.

 But when only the strong are pulled,

 Then cracks start appearing in it.



 If I do everything, you think.............



 Suppose I live with Tulika (Brush),

 I play with Color.

 Still I am raw in penmanship, listen to me

 Let me live with my existence, don't put thousands of obstacles in it.



 If I do everything, you think............



 I don't have any complaints against your family.

 Because I have recognized your mentality this time.

 no matter how hard you try,

 You cannot change the work of the artist.



 If I do everything, you think.............



 You don't understand yourself

 I felt like this, This time.

 I wish you B.Ed., D.El.Ed.  would have looked at the course of

 To whom I read and teach day and night.



 If I do everything, you think............



 Whenever I do square operations,

 I forget all your sarcasm.

 maybe in my absence,

 The storehouse of words that you have put on me.



 If I do everything, you think............



 How will this be resolved?

 I don't have the answer to this.

 Maybe that's why I write poetry,

 So that some solution can be given to the burden of my mind.



 If I do everything, you think,

 Something is missing man.

 If I refuse a task,

 Then you say, no one is worse than you here.



 -Bishwajeet Kumar✍️

बुधवार, 17 जुलाई 2019

Farewell Poem



साईं कॉलेज ऑफ टीचर्स ट्रेनिंग, ओनामा के प्रशिक्षुओ द्वारा मेरे लिए निर्मित एक छोटी  
 सी बिदाई कविता।