शनिवार, 24 सितंबर 2022

Learn spoken English easy way... (Proverb) Under Guidance by - R.K. Spoken Zone.

Proverb 1:  Might is right.


Hindi Equivalent:  जिसकी  लाठी  उसकी  भैंस।


Meaning:  जो  ताकतवर  होता  है  उसी  की  बात  माननी  पड़ती  है।


Proverb 2:  A fog cannot be dispelled by a fan.


Hindi Equivalent:  ओस  चाटने  से  प्यास  नहीं  बुझती।


Meaning:  बड़े  काम  के  लिए  बड़ा  प्रयत्न  करना  पड़ता  है।


Proverb 3:  An empty vessel sounds much.


Hindi Equivalent:  थोथा  चना  बाजे  घना। / अधजल गगरी छलकत जाय।


Meaning:  जिसको  कम  ज्ञान  होता  है  वो  दिखावा  करने  के  लिए  अधिक  बोलता  है।


Proverb 4:  Birds of same feather flock together.


Hindi Equivalent:  चोर-चोर  मौसेरे भाई । / एक ही थैली के चट्टे-बट्टे।


Meaning:  एक  जैसे  लोग  एक  साथ  रहते  हैं।


Proverb 5:  Do evil & look for like.


Hindi Equivalent:  कर बुरा  तो  होय  बुरा। / जैसी  करनी  वैसी  भरनी।


Meaning:  जो  जैसा  करता  है  उसके  साथ  वैसा  ही  होता  है।


Proverb 6:  Good mind, good find.


Hindi Equivalent:  आप  भले  तो  जग  भला।


Meaning:  जो  खुद  अच्छा  है  उसके  लिए  सब  अच्छा  है।


Proverb 7:  It takes two to make a quarrel.


Hindi Equivalent:  एक  हाथ  से  ताली  नहीं  बजती।


Meaning:   जब  दो  लोगो  में  विवाद होता  है  तो  दोनों  की  ही  कुछ  न  कुछ  गलती  होती  है।


Proverb 8:  Barking dogs seldom bite.


Hindi Equivalent:  जो  गरजते  हैं  वो  बरसते  नहीं।


Meaning:  जो  ज्यादा  बोलते  हैं  वे  कुछ  करते  नहीं  हैं।


Proverb 9:  Avarice is root of all evils.


Hindi Equivalent: लालच  बुरी  बला  है।


Meaning: लालच  करना  बुरी  बात  है।


Proverb 10:  Gather thistles & expect pickles.


Hindi Equivalent: बोए पेड़ बबूल का तो आम कहाँ से होय।


Meaning:  जैसा  कर्म  करोगे  वैसा  फल  मिलेगा।


Proverb 11:  Drowning man catches at straw.


Hindi Equivalent:  डूबते  को  तिनके  का  सहारा।


Meaning: मुसीबत  में  पड़ा  व्यक्ति  उससे  निकलने  का  हर  एक  प्रयास  करता  है ।

रविवार, 4 सितंबर 2022

ग़ज़ल ...🥀

 ग़ज़ल ...🥀



मिलना था इत्तिफ़ाक़, 

बिछड़ना नसीब था।

वो उतनी दूर हो गया, 

जितना क़रीब था।



मैं उस शख़्स को देखने के लिये,

तरसता ही रह गया।

जिस शख़्स की हथेली पर, 

मेरा नसीब था।


मेरे बस्ती के सारे लोग ही, 

आतिश-परस्त थे।

घर जल रहा था मेरा, 

...और समुंदर क़रीब था।


मैं कहाँ तलाश करू, 

अपने ख़ूनी को

हर शख़्स के हाथो में, 

निशान-ए-सलीब था।


आख़िरकार उसका निशां, 

मिट ही गया।

जो मेरे लिए कभी, 

कोहिनूर💎 था।


विश्वजीत कुमार✍️




गजल में प्रयुक्त कुछ शब्दों के अर्थ -

आतिश-परस्त - आग की पूजा करने वाला।

सलीब - लोहे आदि का वह नुकीला डंडा या इसी तरह की कोई और चीज जिसपर बैठा या लटकाकर प्राचीनकाल में अपराधियों को प्राणदंड दिया जाता था।